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राजधानी में पानी की कमी को लेकर खींचतान बढ़ती जा रही है। आम आदमी पार्टी ने सोमवार को एक बार फिर हरियाणा पर दिल्ली के लिए पानी ना छोड़ने का आरोप लगाया। आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि यह सब कुछ सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हो रहा है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भाजपा मुख्यालय और हरियाणा भवन के बाहर प्रदर्शन किया। पानी की समस्या को लेकर सोमवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना से जल मंत्री आतिशी और शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मुलाकात की।
बैठक में उपराज्यपाल को अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा द्वारा तय मात्रा से ज्यादा पानी मुनक नहर में छोड़ा जा रहा है, लेकिन बवाना आने तक वह 20 फीसदी तक कम हो रहा है। टैंकर से कुछ पानी चोरी कर लिया जाता है। हालांकि, एलजी दफ्तर की ओर से जारी बयान के तथ्यों को सौरभ भारद्वाज ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि एलजी के यहां जो चर्चा हुई, जिस पर फैसला हुआ है उसे गलत तथ्यों के साथ मीडिया में जारी किया गया है।
बैठक के बाद आप नेता आतिशी ने कहा, वजीराबाद बैराज में पानी का स्तर कम हो गया है और मुनक नहर से कम पानी आ रहा है। हमने उपराज्यपाल से अनुरोध किया है कि वह मुनक नहर में अधिक पानी छोड़ने के बारे में हरियाणा सरकार से बात करें। दिल्ली के सात संयंत्र पानी के लिए मुनक नहर पर निर्भर हैं।
जल बोर्ड योजना बनाएगा
बैठक में मंत्रियों ने बताया कि पाइपलाइन की मरम्मत नहीं होने के चलते काफी पानी बर्बाद हो जाता है। मंत्रियों ने उन्हें बताया कि इसे लेकर जल बोर्ड के साथ जल्द ही योजना तैयार की जाएगी। इसके जरिए पानी की बर्बादी रोकी जाएगी।
एलजी का आश्वासन
एजली ने मंत्रियों को आश्वासन दिया कि वह हरियाणा सरकार से मानवीयता के आधार पर अधिक पानी छोड़ने का आग्रह करेंगे। उन्होंने जल बोर्ड में कर्मचारियों की कमी और सीईओ पर अतिरिक्त बोझ की समस्या का भी जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया। इस बीच, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार समझौते के अनुसार पानी देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा, ‘मंत्रियों को पड़ोसी राज्य से बातचीत कर मामला सुलझाना चाहिए। अगर हरियाणा अतिरिक्त पानी देता भी है तो दिल्ली के पास उसे शोधित करने की क्षमता नहीं है। दिल्ली में लीक हो रहे पानी, हरियाणा से आते समय चोरी रोकी जाए तो समस्या का समाधान हो जाएगा।’
शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘एलजी गलत तथ्य पेश कर रहे हैं। बैठक की रिकार्डिंग के लिए तीन कैमरे लगाए गए थे। इस दौरान मुख्य सचिव और एलजी के सचिव भी मौजूद रहे। हम एलजी से आग्रह करते हैं कि वह उसी वीडियो को सार्वजनिक करें। जनता जान जाएगी कि बैठक में क्या हुआ।’
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