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लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही भोपाल नगर निगम के मुख्य बजट पर मंथन शुरू हो गया है। 30 जून से पहले ‘शहर सरकार’ बजट पेश करेगी। अनुमान के मुताबिक, यह बजट करीब 2500 करोड़ रुपए का होगा। निगम की आर्थिक स्थिति को देखते हुए कुछ टैक्स भी बढ़ सकते हैं।
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लोकसभा चुनाव के चलते 10 फरवरी को 3 महीने के लिए 808 करोड़ 87 लाख 48 हजार रुपए का अंतरिम बजट पेश किया गया था। इस बजट में किसी प्रकार का टैक्स नहीं बढ़ाया गया था। वहीं, नर्सिंग होम और हॉस्पिटल में बेड के हिसाब से लाइसेंस फीस तय की गई थी।
एमआईसी की मीटिंग में होगी चर्चा, फिर मुख्य बजट
निगम के अनुसार- जल्द ही एमआईसी की मीटिंग होगी। जिसमें बजट के संबंध में चर्चा होगी और फिर मुख्य बजट बनाया जाएगा। निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने बताया कि 30 जून के पहले मीटिंग होगी। जिसमें मुख्य बजट पेश होगा।
पिछली अंतरिम बजट मीटिंग 10 फरवरी को हुई थी। जिसमें 808 करोड़ रुपए से ज्यादा का बजट पेश किया गया था।
अगले 9 महीने का होगा बजट
पिछले बजट की बात करें तो यह करीब 33 सौ करोड़ रुपए का था। इसके बाद फरवरी में 3 महीने यानी, अप्रैल, मई और जून के लिए अंतरिम बजट पेश किया गया। यह 808 करोड़ रुपए का था। अबकी बार भी सालभर का बजट पिछले बजट जितना ही होगा। इस हिसाब से अब 2500 करोड़ रुपए का बजट पेश किया जाएगा। यह बजट अगले 9 महीने के लिए होगा।
आचार संहिता की वजह से नहीं टैक्स नहीं लगा
पिछली बजट मीटिंग में महापौर मालती राय ने कहा था कि ‘आचार संहिता लगने वाली है। ऐसे में नया बजट नहीं ला पा रहे थे। इसलिए हम 3 महीने के लिए अंतरिम बजट लाए हैं।’ ऐसे में संभव है कि मुख्य बजट में जल या प्रॉपर्टी टैक्स में बढ़ोतरी हो। इसके भी संकेत मिल रहे हैं। यदि टैक्स बढ़ता है तो जनता के ऊपर बोझ बढ़ जाएगा।
अंतरिम बजट में कांग्रेस पार्षदों ने कई मुद्दों पर हंगामा भी किया था।
पिछली मीटिंग में पास हो चुका लाइसेंस फीस का प्रस्ताव
बता दें कि पिछली बजट बैठक में शहर के नर्सिंग होम और हॉस्पिटल में बेड के हिसाब से लाइसेंस फीस रेट का प्रस्ताव पास हुआ था। परिषद की मंजूरी के बाद यह प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
इतनी होगी लाइसेंस फीस
नर्सिंग होम/हॉस्पिटल में बेड संख्या | सालाना लाइसेंस फीस |
1 से 15 बेड | 10 हजार रुपए |
16 से 30 बेड | 20 हजार रुपए |
31 से 60 बेड | 30 हजार रुपए |
61 से 100 बेड | 50 हजार रुपए |
101 से 150 बेड | 1 लाख रुपए |
151 से 200 बेड | 2 लाख रुपए |
201 से 300 बेड | 3 लाख रुपए |
301 से अधिक बेड | 5 लाख रुपए |
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