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भीलवाड़ा| शहर के राजेंद्र मार्ग स्कूल में दैनिक भास्कर एवं जोधाणा पब्लिसिटी के सहयोग मेट्रो ड्रीमलैंड मेला चल रहा है। आयोजक दिनेश गौड़ ने बताया कि कबाड़ से बना डायनासोर, 41 फीट का त्रिशूल व डमरू के साथ भगवान शिव की प्रतिमा मेले के आकर्षण हैं। शॉपिंग
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फूड जोन में विभिन्न व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे। मेले में डिस्काउंट के साथ कई आकर्षक स्कीम भी लॉन्च की है। फर्नीचर हैंडलूम कपड़े व ज्वेलरी सहित कई स्टॉल्स लगेंगी। फर्नीचर, किचन वेयर, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, परफ्यूम, क्रॉकरी, फैशन, फिटनेस, शूज, कालीन, पर्दे, खिलौने, गद्दे, सोफे, चद्दरें, कारपेट, पानीपत का हैंडलूम, टेराकोटा के डेकोरेटिव आइटम, साज सज्जा का पूरा सामान, खुर्जा क्रॉकरी और मेला-मेट का क्रॉकरी की स्टॉल लगाई जाएगी। कपड़े, कॉस्मेटिक, पर्स, साड़ी, अचार मुरब्बे आदि की भी स्टॉल्स लगेंगी। बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए खास डबल डिस्क चांद तारा, पानी की नाव, कोलंबस, ब्रेक डांस, आसमान छूते झूले आकर्षण हैं। हवा महल का एंट्री गेट… मेले में प्रवेश के लिए विशाल हवा महल एंट्री गेट बनाया गया। यह गेट लकड़ियों व प्लाई से बनाया गया। पश्चिम बंगाल के कारीगरों ने तीन दिन में तैयार किया है। यह पूरी तहर से पोर्टेबल है, जिसे कहीं पर भी लाया ले जाया जा सकता है। मेले में जोधपुर के कारीगरों की कारीगरी देखने को मिलेगी।
मेले में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज 41 फीट की 7 हजार किलो कबाड़ से बनी शिव प्रतिमा आकर्षण का केंद्र है। 1200 किलो का 10 फीट का शिवलिंग, 41 फीट का त्रिशूल व डमरू के साथ भगवान शिव की प्रतिमा है। यह मेटल स्क्रैप से बनी सबसे बड़ी प्रतिमा होने के कारण एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुई। इसे गत साल 15 लोगों की टीम ने 2 महीने में तैयार किया। यह फोल्डेबल है इसे कहीं पर भी ले जा सकते है।
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