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राजस्थान काजी कौंसिल के संरक्षक पीरजादा अब्दुल शकूर कादरी की सरपरस्ती व शहरकाजी मौलाना गुलाम गोस की सदारत में हिलाल कमेटी की बैठक हुई। इसमें माहे जिलहिज्जा के चांद की घोषणा की गई। अब मुस्लिम भाई ईदुलअजहा 17 जून को मनाएंगे।
बूंदी जिला वक्फ कमेटी के सचिव मौलाना असलम ने बताया कि मुल्क के कई हिस्सों में आंधी के असर के चलते बादलों की आवाजाही बनी हुई है। ऐसे में कोटा शहर काजी मौलाना जुबेर अहमद से माहे जिलहिज्जा के चांद की शरई शहादत मिली। इसके बाद हिलाल कमेटी ने 7 जून को 29वां चांद मानते हुए माहे जिलहिज्जा की पहली तारीख शनिवार की मानी गई। हजरत ख्वाजा गरीब नवाज की छठी शरीफ 13 जून व ईदुलअजहा 17 जून को मनाई जाएगी।
जोधपुर से कोटा फिर बूंदी पहुंची चांद की शहादत कोटा शहरकाजी को जब पता चला कि जोधपुर में 29वां चांद मान लिया है तो जोधपुर दारुल उलूम इस्हाकिया के मुफ्ती शेर मोहम्मद से चांद की शरई शहादत हासिल की। इसके बाद बूंदी शहरकाजी मौलाना गुलाम गोस ने कोटा के शहरकाजी से चांद की शहादत हासिल की। बूंदी में हिलाल कमेटी की बैठक में हाजी अब्दुल सत्तार कादरी, मौलाना शाहिद, मौलाना असगरुल कादरी, बाबा कयामुद्दीन, मेहमूद अली, अब्दुल रईस, अजीज कादरी, जमशेदुर्रहमान मौजूदरहे।
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