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चौराहे पर धर्म एवं धर्मात्मा को लाने पर वास्तव में हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। हम धर्म का सही स्वरूप लोगों तक पहुंचाएं। वास्तव में जीव के प्रति दया, क्षमा एवं अहिंसा ही धर्म का पर्याय है। यह बात चौक जैन धर्मशाला में विराजमान मुनिश्री विनम्र सागर महा
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जैन समाज को चौराहों पर पानी के हौज बनवाना चाहिए, ताकि अन्य लोग भी प्रेरित हों कि जैन समाज कितना दयालु प्रवृत्ति का है। मुनिश्री ने कहा कि ग्रीष्म ऋतु चल रही है, इसमें जब आप चौराहे या अपने घर के सामने सीमेंट का हौज बनाकर उसमें ठंडा जल भरते हैं और उसे पीते हुए जब गाय स्नेह से आपको देखती है, तब आपको जो संतोष होता है वही धर्म है।
जीवों पर दया भाव होना चाहिए, जैन धर्म मात्र गाय ही नहीं जीव मात्र पर दया रखता है। चाहे वह चीटी हो या बड़ा जीव, हम उन सभी पर दया भाव रखते हैं। पंचायत कमेटी ट्रस्ट भोपाल के अध्यक्ष मनोज बांगा, मंत्री मनोज आरएम ने बताया कि चौक मंदिर में विराजमान मुनिश्री विनम्र सागर के विशेष प्रवचन वीर सावरकर चौक पर हुए।
मुनिश्री जयघोष के साथ मंदिर से वीर सावरकर चौक पहुंचे। यहां आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया गया।
इसके बाद आचार्यश्री की पूजन की गई, जिसमें पंचायत कमेटी ट्रस्ट के ट्रस्टी एवं विभन्न संस्थाओं के लोगों ने अर्ध्य समर्पित किए। प्रवचन में बड़ी संख्या में समाजबंधु उपस्थित रहे।
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