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शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अब मुख्य पेयजल पाइप लाइन से अवैध कनेक्शन करने वालों की खैर नहीं है। जन स्वास्थ्य विभाग ने अब ऐसे अवैध कनेक्शन करने वालों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। क्योंकि शहर ही नहीं बल्कि गांव मे भी पेयजल किल्लत बनी हुई है और जो पानी सप्लाई होता है वह दूषित पहुंच रहा है।
ऐसे में विभाग ने अवैध कनेक्शन करने वालों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। वहीं अब सिर्फ नोटिस ही नहीं, बल्कि दस दिन बाद दोबारा से निरीक्षण किया जाएगा और दोबारा अवैध कनेक्शन मिलने पर पांच पांच हजार रुपये जुर्माना लगाकर वसूला जाएगा। फिलहाल शहर में 12308 वैद्य कनेक्शन हैं और तीन गुणा ज्यादा यानि 37 हजार के करीब अवैध पेयजल कनेक्शन लोगों ने किए हुए हैं। यह अवैध कनेक्शन मुख्य पाइप लाइन से करने के कारण होने वाली लीकेज से दूषित पानी सप्लाई हो रहा है। शहर में भी विशेष अभियान चलाकर अवैध कनेक्शन काटने के लिए नोटिस जारी करने शुरू कर दिए गए हैं। अगर शहर की बात की जाए तो जलघरों के वाटर स्टोरेज पानी से लबालब होने पर भी ज्यादातर जगहों पर तीन से पांच दिन में पेयजल सप्लाई हो रही है। इसका मुख्य कारण भी अवैध कनेक्शन हैं। क्योंकि विभाग तो पेयजल सप्लाई करता है,
लेकिन इस दौरान लीकेज और अवैध कनेक्शन वाले पाइप को खाली कर देते हैं। इस कारण सप्लाई का पानी आखिर तक पहुंच ही नहीं पाता है। इससे लो प्रेशर की भी परेशानी बनी हुई है। जनस्वास्थ्य विभाग के जिला सलाहकार राजू भुंभक ने बताया कि अवैध कनेक्शनों के कारण पेयजल सप्लाई दूषित हो रही है और व्यर्थ पानी बहाने से पेयजल किल्लत भी बन रही है। ऐसे में विशेष अभियान शुरू किया गया है। शहर सहित गांव में भी टीमें जाकर अवैध कनेक्शन काटेंगी। नोटिस के एक सप्ताह बाद दोबारा निरीक्षण किया जा रहा है। अवैध कनेक्शन नहीं हटाने पर पांच हजार रुपये जुर्माना लगाया जा रहा है और इसके बाद कनेक्शन काटने सहित पांच हजार रुपये जुर्माना अलग से वसूला जाएगा। विभाग के अभियान अनुसार अब अवैध कनेक्शन मिलने पर सात दिन का नोटिस दिया जाएगा। इसके एक सप्ताह बाद दोबारा निरीक्षण किया जाएगा और अवैध कनेक्शन मिलने पर पांच हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। अगर फिर भी कनेक्शन नहीं हटाया तो तीसरी बार खुद विभाग अपनी लेबर भेजकर इस कनेक्शन को कटवाएगा और इसके लिए भी पांच हजार रुपये वसूले जाएंगे।
जन स्वास्थ्य विभाग के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 76 हजार 814 वैद्य पेयजल कनेक्शन हैं। लेकिन डेढ़ लाख से ज्यादा अवैध कनेक्शन भी चल रहे हैं। यहां तक की लोगों ने एक घर में ही दो से तीन कनेक्शन किए हुए हैं। ऐसे में लोग हर रोज लाखों लीटर पानी व्यर्थ भी बहा रहे हैं। अब खंड स्तर पर चार टीमें अवैध कनेक्शनों की सर्वे कर इन्हें काटने के लिए गठित की गई हैं। जिन्होंने एक सप्ताह के अंदर 1437 लोगों को एक सप्ताह के नोटिस जारी किए हैं।
गांव में डेढ़ लाख से ज्यादा अवैध कनेक्शन
जल्द सुधारी जाएगी पेयजल सप्लाई: भुंभक
विभाग के काटने पर भी देना होगा जुर्माना
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