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नागौर. जयंती समारोह में मौजूद लोग। समारोह में दीप प्रज्वलित करने के बाद संयोजक श्यामसिंह सजाड़ा ने अतिथि परिचय और संस्थान के उद्देश्य बताए। महा सचिव राजेन्द्र सिंह ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। समारोह में 10वीं व 12वीं में 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्
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समारोह में समाज सेवी देवेन्द्र सिंह, अमरसिंह, भामाशाह नारायणसिंह राठौड़, रामसिंह, भंवरसिंह का भी सम्मान किया। इस मौके पर पद्मश्री पदम भूषण डॉ. नारायण सिंह माणकलाव, भवानी सिंह, जसवंत सिंह, महिपाल सिंह, हनुमान सिंह, करणी सिंह, सभापति मीतू बोथरा, पार्षद शोभा कंवर, जितेन्द्र सिंह जोधा, अजीत सिंह, राजेन्द्र सिंह चौहान, नारायण सिंह भाटी आदि ने विचार व्यक्त किए। समारोह समापन पर संस्थान के अध्यक्ष गोपालसिंह रूदिया एवं सचिव देवेन्द्र सिंह सैनाणी ने आये हुए महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापित किया। भास्कर न्यूज । नागौर अहिछत्रगढ़ में पृथ्वीराज चौहान की 858वीं जयंती शुक्रवार को मनाई गई। कार्यक्रम में जयंती संस्थान के संयोजक अजीत सिंह भाटी ने स्वागत भाषण दिया।
इस दौरान मुख्य अतिथि जोधपुर के पूर्व नरेश गजसिंह मारवाड़ ने कहा कि महापुरुष जाति तक सीमित नहीं, उनका त्याग सर्व समाज की रक्षा के लिए था। इसलिए हम सब को मिलकर उनकी जयंती मनानी चाहिए। समारोह के मुख्य वक्ता औंकार सिंह लखावत, अध्यक्ष धरोहर प्राधिकरण प्रोन्नति ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान का व्यक्तित्व व कर्तव्य ऐसा था कि आज एक हजार वर्ष बाद भी राष्ट्र धर्म व स्वतंत्रता की प्रेरणा देता है। उनके ऐतिहासिक स्थल तीर्थ से कम नहीं है। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में जिनका योगदान था उन सब के योगदान की स्मृति को स्थाई रूप प्रदान किया जाएगा। समारोह अध्यक्ष राजेन्द्रसिंह राठौड़, पूर्व मंत्री ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज के समय में लोकतांत्रिक व्यवस्था थी।
सामूहिक निर्णय से ही उनको सफलता मिलती थी। तभी 26 वर्ष की आयु में 52 युद्धों के विजेता के समारोह से संत समताराम महाराज ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाकर शिक्षा के माध्यम से समाज का विकास संभव है। इस ओर कई संस्थाएं काम कर रही है और मेघराज सिंह रायल ने जयपुर अजमेर सहित जोधपुर मे भी बालिका छात्रावास बनाया। जिससे बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा सभी को एकजुटता रखते हुए इस काम में जुटता होगा ताकि सभी आगे बढ़ सके।
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