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महिला नरेगा मजदूरों ने मेटों को ब्लैकलिस्ट करने के विरोध में पंचायत समिति का घेराव किया।
झालावाड़ के बकानी में महिला नरेगा मजदूरों ने मेटों को ब्लैकलिस्ट करने के विरोध में पंचायत समिति का घेराव किया। आक्रोशित महिलाएं अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गईं। सूचना मिलने पर जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौके पर पहुंचे और महिलाओं को समझाकर मामला शांत क
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आक्रोशित महिला मजदूरों ने बताया कि मेटों को ब्लैकलिस्ट करने के बाद अब उनकी हाजरी और भुगतान सहित अन्य समस्याएं सामने आएंगी। इसको लेकर वे विरोध कर रही हैं। ऐसे में अधिकारियों ने बताया कि ब्लैकलिस्ट मेटों के स्थान पर पैनल के अन्य मेट काम पर लगाए जा रहे हैं। यह मनरेगा मजदूरों से जुड़े सभी प्रकार का काम देखेंगे। आपको बता दें कि बकानी पंचायत में कुल 42 मेट हैं। इनमें 23 मेट को प्रसाशनिक निर्देश पर एईएन ब्रजपाल सिंह ने 23 अप्रैल को ब्लैकलिस्ट कर दिया है।
महिला मजदूरों के अनुसार मेटों को बिना नोटिस दिए ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। महिलाओं ने बताया कि सुबह से ही हम सभी मजदूर पंचायत समिति पहुंच गए, पर 11 बजे तक कोई जिम्मेदार अधिकारी कार्यालय में मौजूद नहीं होने से हम अपनी मांगें किस के समक्ष रखें। इस दौरान पुलिस की टीम को बुलवाना पड़ा। विकास अधिकारी ने बताया कि जिन मेटों को ब्लैकलिस्ट कर दिया हैं। अब वह मेट नहीं बन सकते।
बीडीओ महेश कुमार मीणा ने बताया कि अब समय पर कर्मचारियों को मौजूद रहने के लिए पाबंद की कार्रवाई की जाएगी। एईएन बृजपाल सिंह ने बताया कि जिन मेटों का कार्य संतुष्टपूर्वक नहीं था। ऐसे मेटो को ही ब्लैकलिस्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि सीईओ के निर्देश पर 7 से 8 साइड का निरीक्षण करने पर इन मेटों को दोषी पाया गया था, इसके तहत यह कार्रवाई की। मनरेगा मजदूरों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी।
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