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मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी उदयपुर के साइंस कॉलेज की डीन को आज हटा दिया है और उनकी जगह डीन के पद पर नए को जिम्मेदारी दे दी है। असल में यूनिवर्सिटी में कॅरियर एडवासंमेंट स्क्रीम (सीएएस) के इंटरव्यू की प्रक्रिया चल रही है और इसमें कोई विवाद सामने आया
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सुविवि की कुलपति डॉ. सुनीता मिश्रा ने आज विवि के साइंस कॉलेज के डीन प्रोफेसर सीपी जैन को हटाकर उनकी जगह पीजी डीन प्रोफेसर आरती प्रसाद को डीन का जिम्मा आगामी आदेश तक दिया।
वैसे डीन का कार्यकाल तीन साल होता है और हर साल एक्स्टेंशन दिया जाता है। जैन का दूसरा टर्म 20 जुलाई को पूरा होने वाला था। इससे पहले आज उनको हटा दिया गया।
विवाद इंटरव्यू को लेकर
सूत्रों के अनुसार डीन को हटाने के पीछे इस समय सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में इस समय चल रहे सीएएस के इंटरव्यू को लेकर हुआ है। एक लेक्चरर की फाइल सामने आई तो उसमें कोई जांच का मामला होने की बात कहते हुए साइंस कॉलेज डीन ने फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किए इसको लेकर यह कार्रवाई की गई।
वीसी बोली बरसों बाद प्रमोशन की प्रक्रिया कर रहे
इस बार में यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. सुनीता मिश्रा ने बताया कि बरसों बाद यहां प्रमोशन के लिए प्रक्रिया शुरू की है और एक्सपर्ट आए हुए है। इसमें कोई अंडगा डाले तो यहीं तो नहीं चलेगा। इसलिए डीन को बदला है और कोई बात नहीं है। इस संबंध में डीन जैन से बात करनी चाही लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
साल में दो बार होते प्रमोशन यहां नौ साल से नहीं हुए
बताते है कि टीचिंग फेकल्टी के साल में दो बार प्रमोशन होते है लेकिन यहां करीब 9 साल से प्रमोशन नहीं हुए है। बताते है कि इसमें कई तो ऐसे है जिनके दो-दो प्रमोशन बाकी है।
एबीआरएसएम बोला राह खुली, पात्र सभी को मिले प्रमोशन
इधर, एबीआरएसएम राजस्थान के प्रदेश सचिव डा बालूदान बारहठ ने कहा कि यह खुशी की बात है की वर्षों बाद विवि शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया आरंभ हुई है। इसके लिए संगठन विवि प्रशासन का आभार व्यक्त करता है।
उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों ने यूजीसी पे स्केल में सेवारत रहते हुए विवि ज्वाइन किया है उनकी पूर्व सेवा अवधि को सीएएस में शामिल करने का विवि नियमों में स्पष्ट प्रावधान है और ऐसा लाभ अब तक मिलता रहा है। संगठन की मांग है की इस अनुरूप पात्र सभी शिक्षको को तुरंत प्रमोशन का लाभ मिले।
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