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नई दिल्ली9 मिनट पहले
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राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 4 जून रिजल्ट डे पर स्टॉक मार्केट की गिरावट को बड़ा घोटाला बताया। उन्होंने इसकी जांच जेपीसी (ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) से कराने की मांग की।
राहुल गांधी ने कहा, ‘पहले गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आने वाली 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे, तो शेयर बाजार आसमान पर जाएगा। इसके तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी आने की बात कहते हुए लोगों को शेयर खरीदने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इसके तुरंत बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इसी तरीके से शेयर बाजार में जोरदार उछाल की बात कही थी।’
राहुल ने कहा, ‘ये शेयर मार्केट का सबसे बड़ा घोटाला है, 4 जून के पहले शेयर खरीदें। 1 जून को एग्जिट पोल आता है। बीजेपी का इंटरनल सर्वे पार्टी को 220 सीटें दे रहा था। इंटेलिजेंस ने कहा था सरकार की 200-220 सीटें आ रही हैं। 3 जून को स्टॉक मार्केट रिकॉर्ड तोड़ देता है। 4 जून को स्टॉक मार्केट नीचे चला जाता है। 31 मई को भारी स्टॉक एक्टिविटी थी। ये वो लोग थे, जो जानते थे कि कोई न कोई घपला हो रहा है। हजारों करोड़ों यहां इन्वेस्ट हुए। 30 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। रिटेल इन्वेस्टर का नुकसान हुआ। ये हिंदुस्तान का सबसे बड़ा स्कैम है।’
लोकसभा चुनाव के नतीजों वाले दिन यानी 4 जून को सेंसेक्स में 4389 अंक (5.74%) की गिरावट देखने को मिली थी। इससे निवेशकों को 31 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। 4 जून को BSE पर लिस्टेड कंपनियों का ओवर ऑल मार्केट कैप 395 लाख करोड़ रुपए हो गया थो। एक दिन पहले यह लगभग 426 लाख करोड़ रुपए था।
सवाल: पहले भी आप कई मामलों में JPC जांच की मांग कर चुके हैं। इस मामले में क्या आप कोर्ट में जाएंगे या पुलिस थाने में शिकायत करवाएंगे?
जवाब: हम आपको जानकारी दे रहे हैं कि जो भी हुआ है, वह नॉर्मल नहीं है। वित्त मंत्री, गृह मंत्री और प्रधानमंत्री ने इंडिकेशन दिया था। अडाणी जी के चैनल के जरिए इंटरव्यू देकर लोगों को मैसेज दिया था। इसके बाद ही लोगों ने इन्वेस्टमेंट किया था। फिलहाल तो हम JPC की मांग कर रहे हैं, ताकि लोगों को इस मामले में पता चल सके।
सवाल: जिनके शेयर सबसे ज्यादा खरीदे और बेचे गए। क्या उनकी भी जांच होनी चाहिए?
जवाब: ये एकदम क्लियर है कि स्कैम हुआ है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने डॉयरेक्ट कहा कि स्टॉक मार्केट ऊपर जाएगा। PM ने साफ कह दिया कि स्टॉक खरीदना चाहिए। जब प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस तरह की बात करते हैं तो जनता का विश्वास बढ़ता है। इन लोगों को पहले से मालूम था कि रिजल्ट 400-300 सीट का नहीं है। फिर भी मार्केट को अस्थिर करने की कोशिश की।
सवाल: क्या आप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर स्कैम करने का आरोप लगा रहे हैं?
जवाब: हम हवा में बात नहीं कर रहे हैं। अगर मामले की जांच होगी तो सब साफ-साफ पता चल जाएगा। इसके लिए गलत एग्जिट पोल चलाए गए। उन्हीं के लोगों ने इन्वेस्ट किया और उनको फायदा हुआ और बाकी लोगों को घाटा हुआ। इस मामले में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री डायरेक्ट इन्वॉल्व हैं।
सवाल: क्या अडाणी को फायदा उठाने के लिए ऐसा किया गया है?
जवाब: नहीं। लेकिन मेरे कहने का अर्थ है कि अडाणी का कनेक्शन हो सकता है। इसमें भाजपा के सबसे बड़े नेताओं को रिटेल इन्वेस्टर को मैसेज दिया है कि आपको स्टॉक खरीदना चाहिए। उनके पास गलत एग्जिट पोल होने की जानकारी थी। उनके पास जानकारी थी कि भाजपा को बहुमत नहीं मिल रहा और वो जानते थे कि 4 जून को क्या होने वाला है?
इस सबसे लोगों का 30 लाख करोड़ रुपए डूब गया है। हजारों-लाखों करोड़ रुपए का चुने हुए लोगों को फायदा हुआ है। इसी वजह से हम जांच चाहते हैं।
सवाल: क्या इस बार के शेयर मार्केट का स्कैम और अडाणी का हिंडनबर्ग मामले में एक साथ जांच हो?
जवाब: ये एक बड़ा इशु है और अडाणी मामले से बड़ा केस है। हालांकि ये दोनों केस एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। हालांकि इसकी जांच होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने शेयर मार्केट खरीदने की सलाह दी थी। ये इतिहास में पहली बार हुआ है कि प्रधानमंत्री स्टॉक मार्केट पर अपनी राय दिए हैं। उन्होंने कई बार इस बात को दोहराया।
सवाल: आप JPC की मांग कर रहे हैं। इससे कई बार संसद का समय बर्बाद होता और कामकाज ठप हो जाता है। ये जनता के पैसों से जुड़ा मामला है। क्या आप सड़क में प्रदर्शन करके भी इस मामले में कुछ करेंगे?
जवाब: हम आपको बता रहे हैं कि साफ-तौर पर घोटाला हुआ है। हम जब भी कोई मुद्दा उठाते हैं तो भाजपा का कहना होता है कि हम टाइम वेस्ट कर रहे हैं। कई पत्रकार भी भाजपा की तरह बात करते हैं। हम JPC करवाएंगे, क्योंकि अब विपक्ष के पास ज्यादा ताकत है और पहले से ज्यादा स्ट्रांग है।
सवाल: जिन आम निवेशकों के पैसे डूबे हैं, उनमें हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना के लोग भी शामिल हैं। इन तीनों स्टेट में आपकी सरकार है। क्या आप राज्य की एजेंसियों से मामले की जांच करवाएंगे?
जवाब: इसमें सोचा जा सकता है। लेकिन ऐसी चीज के लिए JPC सही औजार होगा।
सवाल: क्या आपको लगता है कि केंद्र सरकार JPC जांच करवाएंगे? अगर वो ऐसा नहीं करते तो आप क्या करेंगे?
जवाब: विपक्ष पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है। ऐसे में हम प्रेशर डालेंगे। इससे दूसरा नतीजा आएगा।
अब पढ़िए मोदी-शाह के शेयर मार्केट पर बयान…
20 मई को पीएम ने एक इंटरव्यू में कहा था- चुनाव नतीजों के बाद शेयर बाजार में तेजी आएगी
प्रधान मंत्री मोदी ने 20 मई को NDTV को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘चुनावी सप्ताह के दौरान, या जिस सप्ताह लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होते हैं, बाजार का प्रदर्शन दिखाएगा कि कौन सत्ता में वापस आ रहा है।’
PM मोदी ने आगे कहा था कि 10 साल पहले जब हमारी सरकार आई, तो बाजार 25,000 (सेंसेक्स) पर था और अब 75,000 पर है। PSU बैंकों को देखें, उनके शेयरों की वैल्यू बढ़ रही है। कई सरकारी कंपनियों के शेयर पिछले दो साल में 10 गुना से ज्यादा बढ़ गए हैं। PM मोदी ने 26 मई 2014 को पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। पढ़ें पूरी खबर
अमित शाह को भी बाजार में तेजी की उम्मीद
इससे पहले एक इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि मैं शेयर बाजार की चाल का अनुमान नहीं लगा सकता, लेकिन आम तौर पर जब भी केंद्र में एक स्थिर सरकार बनती है, तो बाजार में तेजी देखी जाती है। मुझे लगता है कि BJP 400 से ज्यादा सीटें जीतेगी, एक स्थिर मोदी सरकार आएगी और इस तरह बाजार में तेजी आएगी।
भाजपा को बहुमत नहीं, 14 सहयोगी दलों के 53 सांसदों का समर्थन
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं। यह बहुमत के आंकड़े (272) से 32 सीटें कम हैं। हालांकि, NDA ने 293 सीटों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया। NDA में भाजपा के अलावा 14 सहयोगी दलों के 53 सांसद हैं।
गठबंधन में चंद्रबाबू की TDP 16 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश की JDU 12 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए जरूरी हैं। इनके बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।
राहुल बोले- रिजल्ट कह रहा, देश मोदी-शाह को नहीं चाहता
राहुल ने 4 जून को शाम 5.35 बजे दिल्ली के पार्टी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बहन प्रियंका के साथ वे मुस्कुराते हुए पार्टी ऑफिस पहुंचे। उनके साथ मां सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश भी थे।
राहुल ने मीडिया से 7 मिनट बात की। उन्होंने लोकसभा के रिजल्ट और रुझान को लेकर कहा- देश मोदी-शाह को नहीं चाहता। ये लड़ाई संविधान को बचाने की थी। मैं सच बताऊं तो मेरे माइंड में था कि जब हमारा अकाउंट सीज किया गया। दो-दो मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला गया। तब मेरे जेहन में था कि जनता संविधान बचाने के लिए लड़ेगी।
भारत की जनता ने संविधान और लोकतंत्र को बचा लिया है। देश की वंचित और गरीब आबादी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए INDIA के साथ खड़ी हो गयी। गठबंधन के सभी साथियों और कांग्रेस के बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को बधाई।
राहुल ने उत्तर प्रदेश में मिले रिजल्ट के लिए बहन प्रियंका की भी तारीफ की। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा- मैं बहुत खुश हूं। मैं यूपी के लोगों से कहना चाहती हूं कि उन्होंने बहुत विवेक दिखाया है। मुझे यूपी पर सबसे ज्यादा गर्व है।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के साथ सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका ने विक्ट्री साइन दिखाई।
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22 साल में पहली बार बहुमत नहीं दिला सके मोदी, नेहरू की बराबरी से चूके; नरेंद्र मोदी की निजी और राजनीतिक जिंदगी के किस्से
नरेंद्र मोदी ने अपना पिछले रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस चुनावी सीजन में 206 रैलियां और रोड शो किए। टीवी चैनलों को करीब 80 इंटरव्यू दिए। होर्डिंग और कटआउट में हर जगह सिर्फ नरेंद्र मोदी रहे। पूरा कैंपेन मोदी की गारंटी पर फोकस था, लेकिन नतीजे आए तो BJP बहुमत से पीछे रह गई।
2002 से 2012 के बीच गुजरात के 3 विधानसभा चुनाव हों या 2014 से अब तक हुए 3 लोकसभा चुनाव, यह पहली बार है जब नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी को बहुमत नहीं दिला सके। मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनकर जवाहर लाल नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी तो कर सकते हैं, लेकिन लगातार तीन लोकसभा चुनाव में बहुमत दिलाने के नेहरू के रिकॉर्ड से चूक गए हैं। पूरी खबर पढ़ें …
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