[ad_1]
ऐप पर पढ़ें
Jairam Mahto: लोकसभा चुनावों के परिणाम आ चुके हैं। कुछ दिनों में देश में नई सरकार का गठन हो जाएगा। इस दौरान कई लोकसभा सीटों की चर्चा देशभर में रही। इनमें एक लोकसभा सीट झारखंड की गिरीडीह भी रही। यहां एक निर्दलीय युवा प्रत्याशी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और आजसू दोनों को चिंतन करने पर मजबूर कर दिया। यहां से चुनाव लड़ने वाले निर्दलीय प्रत्याशी जयराम महतो को तीन लाख 40 हजार से ज्यादा लोगों वोट दिया। हालांकि, जयराम इस सीट से चुनाव हार गए लेकिन इन चुनावों में अपनी छाप भी छोड़ गए। लोकसभा चुनावों में हार के बाद जयराम महतो का पहला रिएक्शन सामने आया है। सोशल मीडिया पर उन्होंने एक कविता शेयर की है।
हार नहीं मानूंगा…
झारखंड की गिरीडीह लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे जयराम महतो तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें लगभग साढ़े तीन लाख लोगों ने वोट किया। इस सीट पर आजसू के प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी की जीत हुई और जेएमएम के मथुरा प्रसाद महतो तीसरे नंबर पर रहे। इस सीट से चुनाव हारने के बाद जयराम महतो ने आगे की तैयारियों को लेकर बड़ा संदेश देते हुए सोशल मीडिया पर कविता की कुछ पंक्तियां शेयर कीं। उन्होंने लिखा-
क्या हार में क्या जीत में
किंचित नहीं भयभीत मैं
संधर्ष पथ पर जो मिले यह भी सही वह भी सही।
वरदान माँगूँगा नहीं।।
हो कुछ पर हार मानूँगा नहीं।
बता दें कि झारखंड लोकसभा चुनावों में भाजपा को झटका लगा है। पिछली बार हुए लोकसभा चुनाव में 11 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा इस बार 8 सीटों पर ही सिमट गई। कांग्रेस को दो सीटों पर जीत मिली जबकि जेएमएम ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है। इस दौरान गिरीडीह लोकसभा सीट पर टाइगर जयराम महतो एक नए सितारे की तरह उभर कर सामने आए हैं। आगामी विधानसभा चुनावों में जयराम महतो की इस क्षेत्र में बड़ी भूमिका देखने को मिल सकती है। जो कांग्रेस-बीजेपी के साथ जेएमएम और आजसू की चिंताएं भी बढ़ा सकते हैं।
[ad_2]
Source link