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सासाराम के ईंट भट्टी में काम करने वाली आदिम जनजाति की नाबालिग बच्ची की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। मृतक बच्ची की उम्र सिर्फ 13 साल थी और वह झारखंड के पलामू की रहने वाली थी। परिवार का आरोप है कि बच्ची के साथ पहले रेप किया गया फिर उसकी हत्या कर दी गई।
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बताया जा रहा है कि नाबालिग की मौत के बाद ईंट-भट्टी का ठेकेदार नाबालिग का शव लेकर पलामू उसके घर पहुंचा था और बच्ची की मां की गैरमौजूदगी में शव को दफना दिया। गांव वालों ने इसकी सूचना मृतका की मां को दी। मां अपनी बेटी की हत्या को लेकर थाने पहुंची और हत्या का आरोप लगाया।
दरअसल, नाबालिग बच्ची मानव तस्करी का शिकार हुई थी। लड़की कोरवा जनजाति से आती है तो उसकी गिनती आदिम जनजाति में होती है। लड़की के पिता का देहांत हो चुका है। मां जीरा कुंवर ने दूसरी शादी कर ली है। नाबालिग बिल्कुल अकेली थी, जिसका मानव तस्करों ने फायदा उठाया।
फिलहाल पुलिस ने शव को कब्र से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा।
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बाहर निकाला गया शव
मां ने कहा कि बेटी की हत्या से पहले हुआ है रेप
मां का आरोप है कि बच्ची के साथ पहले दुष्कर्म किया गया, फिर उसकी हत्या कर दी गई। बुधवार को पलामू पुलिस से इस मामले की शिकायत की गई। पीड़िता पलामू के रामगढ़ थाना क्षेत्र की रहने वाली है, जबकि उसके साथ दुष्कर्म की वारदात बिहार के सासाराम इलाके में हुई है।
यही वो एक ईंट-भट्ठे में काम करती थी। गांव वालों का भी आरोप है कि यहां उसके साथ दुष्कर्म करके उसकी हत्या की, फिर उसके शव को पलामू के रामगढ़ में लाकर दफना दिया।
पुलिस आरोपी की तलाश में कर रही है छापेमारी
पुलिस तक जैसे ही मामला पहुंचा, इसकी जांच के लिए पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को कब्र से बाहर निकाला। इस पूरे मामले में FIR दर्ज की गयी और बिहार के सासाराम के एक ईंट भट्ठी मालिक के मालिक को मुख्य आरोपी बनाकर इसकी जांच की जा रही है।
ईंट-भट्ठी मालिक और ठेकेदार को गिरफ्तार करने के लिए पलामू पुलिस की एक टीम बिहार के सासाराम पहुंची है।
खुदाई के साथ मौजूद ते गांव वाले
3 जून को शव लेकर पहुंचा ठेकेदार और दफ्न कर दी लाश
लिखित शिकायत में बताया है कि आठ महीने पहले मानव तस्कर क की शिकार हुई थी। पीड़िता के पिता इस दुनिया में नहीं हैं, जबकि उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली है। गांव के एक ठेकेदार ने पीड़िता को पैसे का लालच देकर बिहार के सासाराम में ईंट-भट्ठी पर काम करने के लिए भेज दिया था।
3 जून को ठेकेदार और उसके साथ कुछ लोग पीड़िता का शव लेकर पहुंचे। पीड़िता की मौत का स्पष्ट कारण किसी ने नहीं बताया। शव को गांव में ही दफना दिया गया। पीड़िता की मां उस दिन गांव से बाहर थी स्थानीय ग्रामीणों ने पीड़िता की मां को पूरे मामले की जानकारी दी।
पीड़िता की मां बुधवार की देर शाम रामगढ़ थाना पहुंची और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। जिसके बाद इस पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है।
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