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चुनाव आयोग के कामकाज पर कांग्रेस के सवाल उठाने, डेटा में गड़बड़ी और कार्रवाई करने में भेदभाव करने के आरोपों पर सियासत गर्माई हुई है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कांग्रेस के तीन मुद्दों पर लगाए गए आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि वो
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गुप्ता ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कहा कि ईवीएम स्ट्रॉन्ग् रूम डबल सील्ड है, उसे कोई नहीं खोल सकता है। कोई भी सीसीटीवी में देख सकते हैं। कांग्रेस के भेदभाव के आरोपों पर कहा कि आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर कार्रवाई की है।
कांग्रेस के ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर पहरा बैठाने के सवाल पर प्रवीण गुप्ता ने कहा- यह तो ट्रांसपेरेंसी को दर्शाता है, यह अविश्वास नहीं है। यह राजनीतिक दलों का अधिकार है, यह तो अच्छी बात है। ईवीएम खोलने से लेकर उसे जमा करवाने तक का काम रजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की देखरेख में होता है। स्ट्रॉन्ग रूम में ईवीएम रखकर उसे सील किया जाता है, बाहर केंद्रीय सुरक्षा बल पहरा देते हैं। फिर भी किसी को शक हो तो स्ट्रांग रूम के बाहर बैठ सकते हैं, निगरानी कर सकते हैं। यह तो प्रावधान है। हमने तो 45 दिन से अधिक समय तक ईवीएम बंद रख रखा है। पहरे पर बैठना राजनीति दलों का अधिकार है, उनको बैठना भी चाहिए। वैसे तो वहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। सीआरपीएफ लगी है। जो स्ट्रांग रूम पर सील लगते हैं वहां सबके साइन होते हैं। स्ट्रॉन्ग रूम डबल सील्ड है, उसे कोई खोल नहीं सकता। कोई सीसीटीवी फुटेज देखना चाहे तो वह सब देख सकते हैं। यह ट्रांसपेरेंसी का पार्ट है।
फार्म 17 सी हर बार दिया जाता है, नई बात नहीं है
ईवीएम के वोटों का फार्म 17 सी से मिलान करने पर गुप्ता ने कहा- हर बार फार्म 17 सी दिया जाता है। वोटिंग की तारीख की शाम को सभी पार्टियों के पोलिंग एजेंट्स को फार्म17 सी दिया गया। यह हर चुनाव में दिया जाता है, नई बात नहीं है। अप्रैल में 19 और 26 तारीख को शाम को जैसे ही वोटिंग खत्म हुई, उसी समय फॉर्म 17 सी दिया आंकड़ा बताया जाता है और उसे फॉर्म की कॉपी दी जाती है। उस पर सबके साइन भी कराए जाते हैं और यह डाटा वर्षों से देते आए हैं। 2023 के चुनाव में भी यही व्यवस्था थी और आज भी वही व्यवस्था है। फॉर्म 17 सी देने की प्रक्रिया है, जब काउंटिंग होती है तो इसे मैच भी किया जाता है। ईवीएम की सील भी देखी जाती है, एड्रेस साइन क्या है सबका मिलान किया जाता है।
स्टार प्रचारकों के खिलाफ शिकायतें सीधे आयोग को जाती है, हमने कई मामलों में कार्रवाई की
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव आयोग को आचार संहिता उल्लंघन की 26 शिकायतें देने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने के सवाल पर प्रवीण गुप्ता ने कहा— कोई स्पेशफिक मुद्दा होता अलग बात है, बाकी आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतों पर हमने कार्रवाई की है। स्टार प्रचारकों के खिलाफ शिकायत सीधे आयोग को जाती है।। हमने कई मामलों में कार्रवाई भी की है। मेरा मानना है जो भी आयोग के स्तर पर होना है वह भी हुआ है और हमारे स्तर से भी नोटिस दिए हैं, और कोई स्पेसिफिक प्रकरण है तो उसमे अलग से चर्चा कर लेंगे।
वोटिंग डेटा में कोई गड़बड़ी नहीं, सारे डेटा वोटर टर्न आउट एप पर उपलब्ध
वोटिंग के डेटा और कई मामलों को लेकर चुनाव आयोग की साख पर सवाल उठने पर जवाब देने के सवाल पर गुप्ता ने कहा— जहां तक मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय का सवाल है हमने हर आंकड़ा दिया है। हमने कोई डेटा छुपाया नहीं है। वोटिंग के आंकड़े आज भी वोटर टर्न आउट ऐप पर हैं, उसे आप देख सकते हैं। वोटिंग के दिन पांच बजे तक हम डेटा देते हैं। 5 बजे बाद डेटा नहीं देते। छह बजे वोटिंग बंद होने के बाद जिन लोगों ने ालिंग बूाि में एंट्री लेली हैख्वो उन सबका वोट करवाया जाता है, कई बार रात के 9 तक बज जाते हैं। 5 बजे के बाद से लेकर पूरी वोंटिंग का डेटा अगले दिन अपडेट होता है। अब आखिरी घंटे का और बचे हुए वोटर्स के डेटा 6 से 7 प्रतिशत तो बढ़ना स्वाभाविक है। औसतन हर घंटे 10 फीसदी वोटिंग होती है,उस हिसाब से यह डेटा है।जहां तक आंकड़े का सवाल है, सारा काम बहुत ट्रांसपेंरेंसी से किया जाता है, छिपाने और गड़बड़ी का सवाल ही नहीं उठता। कोई भी वोटर टर्न आउट एप पर डेटा देख सकता है।
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