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मेरे बेटे राजकुमार की पत्नी रामकली और उसके 2 साल के बेटे मौत हो गई है। छोटा बेटा रामपाल भी अब इस दुनिया में नहीं रहा। दूल्हा बहू रामकली का मुंहबोला भाई था, वह उसे राखी बांधा करती थी। इस कारण मैंने उसे बारात में जाने से नहीं रोका। वह छीपाबड़ौद के पास
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इस हादसे ने मेरा तो पूरा परिवार ही उजाड़ दिया है। यह दर्द है, उस मां नंदूबाई का, जिसने इस हादसे में परिवार के चार सदस्यों को खो दिया है। नंदूबाई की तरह ही प्रहलाद भी है, जिसके परिवार के 6 सदस्य अब इस दुनिया में नहीं है। हादसे के चश्मदीद दूल्हे के भाई ने बताया कि 3 लोग ट्रॉली के नीचे दबे डेढ़ घंटे तक तड़पते रहे।
राजगढ़ में रविवार रात ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से 13 बारातियों की मौत हो गई थी। वहीं 16 लोग घायल हो गए थे। बारात राजस्थान से राजगढ़ आ रही थी। पिपलौदी में ये हादसा हो गया।
हादसे के बाद दैनिक भास्कर की टीम ने पीड़ित परिवारों से बात की और हादसे को लेकर जानकारी जुटाई…
नंदू बाई के परिवार के दो बेटे, बहू और पोते को खो दिया है।
राजस्थान से ट्रैक्टर-ट्रॉली में निकली थी बारात
राजस्थान के इकलेरा के पास मोतीपुरा गांव से तातूड़िया परिवार बारात लेकर रविवार शाम 7 बजे निकला था। बारात मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में देहरीनाथ पंचायत के कमालपुर गांव आ रही थी। ट्रैक्टर-ट्रॉली में बच्चे, महिलाएं समेत 50 लोग सवार थे। वहीं, दूल्हा समेत कुछ लोग बाइक से पीछे चल रहे थे। बारात मप्र सीमा में दाखिल होकर दो से तीन किमी आगे पहुंची ही थी। तब रात के करीब 9.30 बज रहे थे।
राजगढ़ में ट्रैक्टर खाई में जा गिरा
राजगढ़ जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर खामखेड़ा के पास पिपलौदी मोड़ पर बारातियों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली सड़क से उतरकर खाई में जा गिरी और पलट गई। हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 16 लोग घायल हो गए। 12 का राजगढ़, जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं, गंभीर रूप से घायल 2 बच्चों समेत 4 लोगों को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हादसे में मरने वाले सभी लोग राजस्थान के झालावाड़ और बारां जिले के रहने वाले थे।
मरने वालों में 5 महिलाएं, 5 बच्चे
हादसे के बाद ग्रामीणों ने कुछ लोगों को खींचकर बाहर निकला। तीन लोग तो ट्रॉली के नीचे दबकर डेढ़ घंटे तड़पते रहे, जिन्हें JCB की मदद से ट्राॅली उठाकर निकाला गया। मरने वालों में 5 महिलाएं, 5 बच्चे और 18 से 20 साल के 3 युवक हैं।
हादसे की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इधर, सूचना के बाद मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे। साथ ही एंबुलेंस भी मौके पर आ गई। राजस्थान से भी विधायक पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे।
ड्राइवर को टोका तो बोला- मैं सेठ की भी नहीं सुनता…
मोतीपुरा निवासी दूल्हे के रिश्ते में भाई लगने वाले योगेंद्र ने बताया कि हादसा करीब 9.20 बजे हुआ। करीब 50 बाराती ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार थे, जबकि कुछ लोग बाइक से चल रहे थे। दूल्हा भी बाइक पर ही सवार था। मोतीपुरा का रहने वाला ड्राइवर दीपक तेजी से ट्रैक्टर दौड़ा रहा था। मैं भी उसी ट्रैक्टर पर सवार था। मैंने उसे कहा- भाई आराम से चलने दो। वह सुनने को तैयार नहीं था। मेरे बार-बार टोकने पर कहा- मुझे मेरा सेठ भी नहीं बोलता है। मैं अपने हिसाब से ही चलाऊंगा। इसी कारण हादसा हुआ।
ड्राइवर बार-बार ट्रैक्टर सड़क से नीचे उतार रहा था
ड्राइवर की हठ ने 13 लोगों की जान ले ली। वह तेजी से ट्रैक्टर दौड़ा रहा था। वह बार-बार ट्रैक्टर को सड़क से नीचे उतार रहा था। हादसे वाली जगह पर एक गड्ढा आ गया। तेजी के कारण ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया और आड़ा हो गया। वहीं, ट्राॅली खाई में गिरी और पूरी तरह से औंधी हो गई। हादसे के बाद ट्राॅली तो पलट गई, लेकिन ट्रैक्टर खड़ा हो गया था। मौका पाकर ड्राइवर उससे कूदा और भाग निकला। मैंने उसे कूदते हुए खुद देखा है।
20 लोग ट्रॉली के नीचे दबे थे, जेसीबी बुलानी पड़ी
करीब 20 लोग ट्रॉली के नीचे दबे हुए थे। इनमें बच्चे महिलाएं भी शामिल थीं। हादसे की सूचना मिली तो ग्रामीण हमें बचाने दौड़े, वे आए तो हम सब ट्राॅली के नीचे दबे लोगों को खींच-खींचकर बाहर निकालने लगे। कुल लोग नहीं निकल पा रहे थे तो गांववालों ने जेसीबी बुलाई, इसके बाद उन्हें भी निकाला गया।
योगेंद्र ने बताया कि ड्राइवर की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है।
ट्रैक्टर तो घाटी पर भी पलटते-पलटते बचा था
ड्राइवर के पास बैठे बनवारी ने बताया कि मैं ट्रैक्टर के मुंडा पर ही बैठा था। दीपक तेजी से ट्रैक्टर दौड़ा रहा था, पर वह हमारी बात को अनसुना कर रहा था। मैंने टोका तो बोला- तुम्हें क्या दिक्कत आ रही है। मैं चला रहा हूं न। वह तो घाटी पर ही पलटा देता, लेकिन जैसे-जैसे हम बच गए थे। इसके बाद भी उसने स्पीड कम नहीं की और दूसरी बार हादसा हो गया।
डेढ़ घंटे ट्रॉली के नीचे फंसकर तड़पते रहे तीन लोग
कहान सिंह ने बताया कि हादसे के बाद हम तत्काल मदद में जुट गए। घायलों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने लगे। ट्रॉली के नीचे फंसे लोगों को ट्राॅली उठाकर बाहर निकाला। विशाल, सुनील और राम दयाल को निकाल नहीं पा रहे थे। वे बीच में फंसे हुए थे। ट्राॅली को हम कई लोग मिलकर उठा रहे थे, लेकिन सही से पकड़ नहीं बन पाने के कारण हम उसे ज्यादा उठा नहीं पा रहे थे। करीब डेढ़ घंटे तक वे ट्राॅली के नीचे दबे रहे। इसके बाद दो जेसीबी मशीन आई और फिर ट्राॅली को उठाकर उन्हें बाहर निकाला जा सका।
कहान सिंह ने बताया कि हादसे के बाद तीन लोग ट्राॅली के भीतर दबे तड़प रहे थे।
मैंने परिवार के 6 लोगों को खोया
भगवतपुरा के रहने वाले प्रहलाद ने बताया कि उसके परिवार के 6 लोगों की मौत हुई है। हादसे में मेरा भाई सुनील, मौसी की बेटी रूपा और उसका बेटा। मामा के बेटे विशाल, काका के बेटे की मौत हुई है।
नहीं पता था, बेटी और नाती को आखिरी बार देख रही हूं
संतरा बाई ने बताया कि हादसे में मेरी बेटी रूपा और उसका बेटा आकाश (5) की मौत हो गई। वहीं, दामाद बृजेश की हालत गंभीर है, उसे भोपाल में भर्ती करवाया गया है। बेटी रूपा गर्भवती थी। वह शादी में जाने को लेकर काफी खुश थी, नहीं पता था कि अब उसे दोबारा नहीं देख पाऊंगी।
हादसे में संतराबाई की बेटी और नाती की मौत हो गई है। दामाद की हालत गंभीर है।
मदद के लिए राजस्थान और मप्र के सीएम से बात करूंगा
राजस्थान के मनोहर थाना विधायक गोविंद रानीपुरिया ने कहा- मेरा दायित्व है कि अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों की चिंता करूं। मुझे रविवार रात डेढ़ बजे सूचना मिली थी। मैं अलसुबह राजगढ़ के लिए रवाना हुआ। राजगढ़ के कलेक्टर-एसपी से मदद को लेकर बात की। मैं मप्र और राजस्थान के सीएम से बात कर इन गरीब परिवारों को सरकारी मदद दिलवाने की कोशिश करूंगा।
पीड़ित बहुत ही गरीब हैं। इनकी मदद करना बहुत आवश्यक है। ये हर दिन कमाकर खाने वाले लोग हैं। ड्राइवर नशे में था, इसकी बात पता चली है। पकड़ में आने के बाद पूरी जानकारी स्पष्ट हो पाएगी। मैं यही कहना चाहता हूं कि ओवर लोडिंग बिल्कुल नहीं करें, जिससे आने वाले समय में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।
मनोहर थाना विधायक गोविंद रानीपुरिया पीड़ितों से मिलने राजस्थान से राजगढ़ पहुंचे।
पीएम के बाद शवों को राजस्थान भिजवाया गया
डीआईजी ग्रामीण रेंज भोपाल ओम प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि हादसे में 13 लोगों की जान गई है। सुबह सभी का पीएम करवाया गया। परिवार वाले शवों को लेकर राजस्थान रवाना हो गए हैं। घायलों का राजगढ़ जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। कुछ को भोपाल भेजा गया है। एसपी आदित्य मिश्रा उसने भी संपर्क में हैं। सभी के बेहतर उपचार की व्यवस्था की जा रही है।
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MP में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, 13 की मौत:राजस्थान के 50 बाराती सवार थे
मध्यप्रदेश के राजगढ़ में रविवार रात 9 बजे बारातियों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से 13 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में 16 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल लाया गया। 12 ट्रॉमा सेंटर में हैं। गंभीर रूप से घायल 2 बच्चों समेत 4 लोगों को भोपाल के हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया है। हादसे में मरने वाले सभी लोग राजस्थान के झालावाड़ और बारां जिले के रहने वाले थे। बारात में शामिल एक महिला का कहना है कि ट्रैक्टर का ड्राइवर शराब के नशे में था। पूरी खबर…
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