[ad_1]
कोटा के सुकेत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दो नवजात की मौत के प्रकरण एवं सीएचसी में काफी समय से चल रही लापरवाही के चलते चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने सख्त एक्शन लेते हुए 14 चिकित्सा कार्मिकों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि सुकेत सीएचसी में चिकित्सा कार्मिकों की लापरवाही से दो नवजात की मृत्यु का प्रकरण जैसे ही सामने आया, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग कोटा जोन के संयुक्त निदेशक से तत्काल जांच करवाकर सख्त एक्शन लिया है। हालांकि मौत गर्मी से नहीं मानी है लेकिन लापरवाही मानते हुए एक्शन लिया गया है।
मामले में जांच के लिए कमेटी बनी थी। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में दोनों नवजात की मृत्यु लू-तापघात से होना नहीं पाया है। लेकिन कमेटी ने पाया कि सीएचसी में चिकित्सा कार्मिकों की तरफ से काफी समय से लापरवाही की जा रही थी। इसके चलते चिकित्सा विभाग की ओर से एक साथ कई कार्मिकों के विरूद्ध एक्शन लिया गया है।
निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि स्वेच्छा से अनुपस्थित महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता चंद्रावती शर्मा को तत्काल निलंबित कर दिया गया है और बीसीएमओ डॉ. रईस खान को पर्यवेक्षणीय लापरवाही एवं राज्य सरकार के आदेशों की अवहेलना पर एपीओ किया गया है। सीएचसी में कार्यरत चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ. अर्पित गुप्ता को बिना अवकाश स्वीकृत कराए स्वेच्छा से कर्तव्य से अनुपस्थित रहने पर कारण बताओ नोटिस देते हुए सीसीए नियम-16 के तहत कार्रवाई की जा रही है।
[ad_2]
Source link