[ad_1]
विश्व शांति और कल्याण की कामना से अयोध्या बायपास स्थित अहिंसा विहार जिनालय में आयोजित श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान बुधवार को धार्मिक अनुष्ठान के तहत चढ़ाए जा रहे अर्ध्य में जीव दया का संदेश देते हुए श्रद्धालुओं ने पशु-पक्षियों के लिए भी हिस्सा न
.
महामंडल विधान में विधानाचार्य अविनाश भैया के द्वारा विधि विधान से भगवान जिनेंद्र का अभिषेक पूजन मंत्रोच्चार के साथ किया गया। उसके बाद शांतिधारा की गई। इंद्र-इंद्राणियों ने समीशरण में विराजमान 24 तीर्थकर को भक्ति भाव से अष्ट द्रव अर्पित कर प्रभु की अनंत गुणों की आराधना की।
प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया कि धार्मिक अनुष्ठान में इंद्र इंद्राणियों ने संगीतमय वातावरण में आकर्षक मंगलाचरण की प्रस्तुति दी। सभी अनुष्ठान विधानाचार्य अविनाश के निर्देशन में संपन्न हुए।
प्रकृति का दोहन करना पाप
मुनि विनम्र सागर महाराज ने अपने आशीष वचन में कहा कि जलवायु और हरियाली मनुष्य की जीवन रेखा है, लाइफ लाइन है, इनके बिना जीवन मरनासन अवस्था में है। वर्तमान में जो अत्यधिक गर्मी का प्रकोप है, वह पेड़ों की कटाई कर सड़कों के सीमेंटीकरण करने के कारण हुआ है। वर्तमान में मनुष्य भौतिकीकरण की चमक में अंधा हो रहा है। हम प्रकृति का दोहन करके सबसे बड़ा पाप कर रहे हैं। आने वाला समय और भी भयानक होगा, अगर अभी हम नहीं समझे तो आने वाली पीढ़ी को कुछ नहीं दे पाएंगे।
[ad_2]
Source link