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Jharkhand weather: समूचा झारखंड जेठ के महीने में झुलस रहा है। आसमान से आग बरस रही है। पारा लगातार लाल हो रहा है। बुधवार को राज्य में हाल यह रहा कि रांची समेत 18 जिलों में तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच गया। गढ़वा सबसे गर्म रहा। यहां पारा 48 डिग्री पर पहुंच गया। पलामू में भी तापमान 47.7 डिग्री रहा। रांची भी 42.2 डिग्री तापमान के साथ इस साल का सबसे गर्म दिन रहा। राज्य के कई इलाकों में अगले दो दिनों के लिए हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है।
लू से 5 मरे
बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में पांच लोगों की लू से मौत हो गई। इनमें दो की जान गढ़वा के अलग-अलग इलाकों में, जबकि रांची के बुंडू में एक वृद्ध की मौत हो गई। उधर, जमशेदपुर और आदित्यपुर में भी एक-एक व्यक्ति की जान चली गई।
पलामू-गढ़वा में अगले दो दिन हीट वेव का अलर्ट
मौसम विभाग ने पलामू, गढ़वा और चतरा समेत राज्य के कई हिस्सों में अगले दो दिन हीट वेव का यलो अलर्ट जारी किया है। गुरुवार और शुक्रवार को संताल और कोल्हान के अलावा रांची में धूल भरी आंधी के साथ कहीं-कहीं वज्रपात की चेतावनी दी है। इससे अधिकतम पारा 2-3 डिग्री कम होने के आसार हैं।
रांची में सीजन का सबसे अधिक गर्म दिन
रांची में बुधवार को इस सीजन का सबसे अधिक गर्म दिन दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 42.2 और न्यूनतम 28.8 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार, रांची का अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री और न्यूनतम करीब पांच डिग्री अधिक चल रहा है। न्यूनतम पारा सामान्य से अधिक होने के कारण रात में उमस भरी गर्मी सितम ढा रही है।
तूफान का असर कम होते ही बढ़ी गर्मी
मौसम विभाग के अनुसार, तूफान रेमल का असर खत्म होने से हवा के रुख में परिवर्तन के कारण गर्मी बढ़ी है। राज्य में दक्षिणी-पश्चिमी और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवा से यहां उमस भरी गर्मी रही। पूर्वानुमान के बावजूद झारखंड पर इसका असर आंशिक रूप से पड़ा। अब देश के उत्तरी और पश्चिमी भाग की गर्म हवा का रुख झारखंड में तपिश बढ़ा रही है।
झारखंड में कई जगह चमगादड़ों की मौत
भीषण गर्मी में झुलसकर चमगादड़ों की मौत हो रही है। गढ़वा के कांडी प्रखंड के सुंडीपुर गांव स्थित चौधरी टोला में मंगलवार को वर्षों से एक बगीचे में रह रहे चमगादड़ों के मरने का मामला प्रकाश में आया है। उधर, चतरा के पत्थलगड्डा में भी भीषण गर्मी से सैकड़ों चमगादड़ों के मरने की खबर है। वन विभाग की टीम बुधवार को पत्थलगड्डा पहुंचकर जांच की और मृत चमगादड़ों को जेसीबी से गड्ढा खुदवा कर दफनाया गया।
अबतक तीन हजार की मौत
वनपाल रूपलाल यादव ने बताया कि चमगादड़ों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्हें बचाने में वन विभाग की टीम लगी हुई है। ज्ञात हो कि साथ ही आसपास के ग्रामीणों ने कुछ चमगादड़ को पानी पीला- पीला करके कुछ चमगादड़ को बचाने का अभी प्रयास किया जा रहा है। लगभग तीन हजार चमगादड़ की अभी तक मौत हो चुकी है। शेष बचे चमगादड़ पेड़ पर से गिर- गिर कर प्यास से तड़प रहे हैं।
रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया, अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में लू चलने का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अगले दो दिन के दौरान संताल और राज्य के दक्षिणी भाग में तेज हवा के साथ कहीं-कहीं वज्रपात होने का अलर्ट जारी किया गया है।
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