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Bangladesh America Relation : बांग्लादेश में अमेरिका नई साजिश रचने की प्लानिंग कर रहा था, लेकिन बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया. दरअसल, अमेरिका बांग्लादेश में सैन्य अड्डा बनाना चाहता था, लेकिन शेख हसीना ने इसे मंजूरी नहीं दी, जिससे अमेरिका तिलमिला गया. इससे अमेरिका और बांग्लादेश के रिश्तों में और तनातनी बढ़ सकती है. वहीं, चीन ने शेख हसीना के इस फैसले की तारीफ की है.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ नींग ने कहा कि चीन ने प्रधानमंत्री हसीना के बयान पर संज्ञान लिया है. हसीना का बयान ऐसा है, जो बांग्लादेशी लोगों को स्वतंत्र रहने और बाहरी दबाव से नहीं डरने की भावना को दिखाता है. चीन ने कहा कि कुछ देश स्वार्थ के लिए दूसरे देशों के चुनावों, आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करते हैं. प्रवक्ता ने कहा कि चीन बांग्लादेश का समर्थन करता है कि वह अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करे.
दरअसल, शेख हसीना ने रविवार को किसी भी देश का नाम लिए बिना कहा था कि बांग्लादेश में एक दूसरे देश का सैन्य हवाई अड्डा बनाने की अनुमति की पेशकश की गई थी. हसीना ने पेशकश करने वाले देश के नाम उजागर नहीं किया है, लेकिन कहा कि प्रस्ताव एक श्वेत व्यक्ति की ओर से आया था, लेकिन इसे अब अमेरिका से जोड़कर देखा जा रहा है.
दोनों देशों में है तनातनी
वैसे तो अमेरिका हर देश की अंदरुनी राजनीति में भी हस्तक्षेप करता है, लेकिन उसे कई बार मुंह की भी खानी पड़ जाती है. हसीना ने इस साल जनवरी में 5वीं बार जीत दर्ज की थी. इस चुनाव के दौरान अमेरिका ने शेख हसीना का विरोध किया था. अमेरिका ने बांग्लादेश के पूर्व सैन्य प्रमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर प्रतिबंधित कर दिया था. अमेरिका ने यह तक कह दिया कि वह बांग्लादेश में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर चिंतित और कठोर कदम उठा सकता है.
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