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जोधपुर में विश्नोई समाज की और से बच्चों को संस्कारों का पाठ पढ़ाया जाएगा।
जाम्भाणी साहित्य अकादमी बीकानेर और श्रीगुरु जंभेश्वर विष्णु विहार सेवा समिति जोधपुर के संयुक्त तत्वाधान में पांच दिवसीय गैर आवासीय जाम्भाणी संस्कार शिविर शनिवार को पहाड़गंज द्वितीय स्थित गुरु जंभेश्वर मंदिर में शुरू हुआ।
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अकादमी के सचिव डॉक्टर महेश धायल ने बताया कि शिविर 25 मई से 29 मई तक चलेगा। जिसमें 17 वर्ष तक की आयु वर्ग के 80 बच्चे हिस्सा ले रहे हैं। शनिवार सुबह 7 बजे से बच्चों का रजिस्ट्रेशन कर शिविर में प्रवेश दिया गया। पांच दिवसीय शिविर में विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग विषयों पर एक्सपर्ट की और से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ये जानकारी देंगे
प्रशिक्षण में हवन, शब्दवाणी, 29 धर्म नियम, गुरु जांभोजी का जीवन परिचय, उनकी शिक्षाएं, जांभाणी दर्शन, साहित्य, विश्नोई पंथ, समाज का इतिहास, जाम्भाणी संगीत, संगीत संस्कार, योग और व्यायाम, आदर्श दिनचर्या, अनुशासन, स्वास्थ्य, स्वच्छता, खेलकूद, नशे के दुष्परिणाम, पर्यावरण संरक्षण, जीव दया, जीव रक्षा और वन्यजीवों की रक्षा, पेड़ पौधों की रक्षा के लिए विश्नोई समाज का बलिदान, नैतिक मूल्य, चरित्र निर्माण आदि विषयों पर जानकारी दी जाएगी।
शिविर का शुभारंभ गुरु जंभेश्वर पर्यावरण संरक्षण शोधपीठ के निदेशक डॉ ओम प्रकाश बिश्नोई, एमबीएम यूनिवर्सिटी के वित्त नियंत्रक मंगलाराम व संस्कार शिविर के प्रभारी रामेश्वर लटियाल, श्यामलाल मांजू और आयोजन समिति के अध्यक्ष मानाराम पूनिया की उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर अकादमी के डॉ. भंवरलाल उमरलाई, डॉ.रामस्वरूप जंवर, समिति सचिव भंवरलाल जांगू, मोहनराम धतरवाल, मांगीलाल कड़वासरा, बुधाराम जाणी, अशोक धतरवाल, पांचाराम सियाग, गिरधारी राम, कमल किशोर, सुरेश जांगू, डॉ. प्रियंका सहित कई अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
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