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जयपुर में भीषण गर्मी ने अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। प्रचंड गर्मी और धूप से आम आदमी को परेशान हो गया है। बढ़ती गर्मी में आम आदमी को राहत देने के लिए नगर निगम हेरिटेज ने एक मशीन जयपुर की सड़कों पर लगाई है। जो पानी की फुहार छोड़कर लोगों को राहत दे र
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एंटी स्मोक गन आमतौर पर प्रदूषण और धुंध को कम करने के लिए उपयोग में लाई जाती है। इसके माध्यम से पानी की फुहार छोड़कर प्रदूषण और धुंध को कम किया जाता है। पिछले तीन साल से मशीनें प्रदूषण और धुंध कंट्रोल का काम कर रही थी। इस साल भीषण गर्मी में फुहार छोड़कर आम जनता को राहत देने की कोशिश की जा रही है। ताकि आम जनता को बढ़ती गर्मी से राहत देने के साथ ही शहर में बढ़ते प्रदूषण को भी कम किया जा सके।
नगर निगम हेरिटेज के आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया- भीषण गर्मी के बावजूद बड़ी संख्या में आम लोग रोजमर्रा के कामकाज के लिए बाजारों में आ रहे हैं। ऐसे में आम जनता को गर्मी से राहत देने के लिए नगर निगम द्वारा एंटी स्मोक गन से पानी की फुहार छोड़ी जा रही है। ताकि वाहन चालकों के साथ पैदल राहगीरों को लू और तेज धूप से राहत मिल सके। सुराणा ने बताया- तापमान में बढ़ोतरी के दौरान नगर निगम हेरिटेज के सभी जोन में धूप निकलने के साथ ही एंटी स्मोक गन से पानी की फुहार छोड़ना शुरू कर दिया जाएगा।
जयपुर में लोगों को राहत देने के लिए ग्रीन शेड का साथ पानी की फुहार छोड़ी जा रही है।
125 किलोमीटर तक लोगों को दे रही राहत
जयपुर नगर निगम हेरिटेज गैराज शाखा उपायुक्त बलराम मीणा ने बताया- एंटी स्मोक गन मशीन की कीमत लगभग 14 लाख रुपए है। इस मशीन में 2000 लीटर पानी भरने की क्षमता है। तीन मशीन से हर दिन 100 से 125 किलोमीटर तक क्षेत्र में आम आदमी को गर्मी से राहत देने की कोशिश की जा रही है।
तीन साल पहले पॉल्यूशन कंट्रोल करने के लिए खरीदी गई थी मशीन
मीणा ने बताया- तीन साल पहले एंटी स्मोक गन को खरीदने का रीजन जयपुर शहर में बढ़ते पॉल्यूशन को कंट्रोल करना था। आम दिनों में इस मशीन को शहर के अत्यधिक प्रदूषण वाले हिस्सों में खड़ा कर वहां पॉल्यूशन कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। लेकिन गर्मी जब अपने रिकॉर्ड तोड़ रही है। तब इस मशीन की मदद से आम आदमी को राहत देने का प्रयास जारी है।
पॉल्यूशन कंट्रोल वाली एंटी स्मोक गन से लोगों को दे रहे राहत।
गर्मी के साथ पॉल्यूशन भी कंट्रोल रखती है
उन्होंने कहा- यह मशीन जिस भी क्षेत्र में जाती है। वहां पर आम आदमी को गर्मी से राहत मिलने के साथ ही पॉल्यूशन भी कंट्रोल होता है। इससे निकालने वाली पानी की फुहार से हवा में फैले मिट्टी और पॉल्यूशन के कण जमीन पर आ जाते हैं। इससे न सिर्फ वातावरण शुद्ध होता है। साथ ही तापमान में भी गिरावट आती है।
ऐसे में नगर निगम हेरिटेज क्षेत्र में वाटर स्मोक गन का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर दिन नगर निगम हेरिटेज द्वारा इसका रूट तैयार किया जाता है। उसी रूट पर यह 5 से 7 किलोमीटर की रफ्तार से वाटर स्मोक गन चलाकर आम आदमी को प्रचंड गर्मी से राहत दे रही है।
मशीन की मदद से हवा ठंडी होने लगती है। लू के थपेड़े नहीं पड़ते।
फायरब्रिगेड से सड़क पर पानी डालने से राहत नहीं लोगों के परेशानी ज्यादा होती है
पर्यावरण एक्सपर्ट डॉक्टर महेंद्र शर्मा ने बताया- आमतौर पर गर्मी के दौरान जिला प्रशासन द्वारा फायर ब्रिगेड की मदद से पानी का छिड़काव किया जाता था। लेकिन वह छिड़काव गर्मी से राहत देने की जगह आम आदमी की परेशानी और ज्यादा बढ़ता है। क्योंकि सड़क पर हाइड्रोजन मॉलिक्यूल होने से पहले पानी भाप बनकर हवा में उड़ता है। उसके काफी देर बाद गर्मी से राहत मिलती है। जबकि एंटी स्मोक गन से पानी की बौछार गिरने से पानी की एयर ड्रॉप्स की लेयर बन जाती है। जो मौजूदा स्थान के तापमान में भी कमी ला देती है।
तीन मशीनों से इन इलाकों को किया जा रहा कवर
बता दें कि नगर निगम हेरिटेज द्वारा एंटी स्मोक गन की तीन गाड़ियां चल रही है। जो हेरिटेज निगम क्षेत्र में सुबह साढ़े 8 बजे से शाम 4 बजे तक लगातार पानी की फुहार छोड़ रही है। एंटी स्मोक गन किशनपोल जोन में गवर्नमेंट हॉस्टल से एमआई रोड, किशनपोल बाजार, चांदपोल, छोटी चौपड़, त्रिपोलिया, चौड़ा रास्ता, बड़ी चौपड़, सिविल लाइन जोन में सी स्कीम, अजमेर रोड, बनीपार्क, कलेक्ट्री सर्किल, आदर्श नगर जोन में ट्रांसपोर्ट नगर, घाट, रामगंज, सूरजपोल इलाके में साफ पानी की फुहार छोड़ आम जनता को गर्मी से राहत देने का काम कर रही है।
जयपुर में गर्मी से राहत के लिए रेड लाइट पर ग्रीन शेड्स भी लगाए गए हैं।
तीन साल पहले खरीदी थी, पहले पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए काम में आ रही थी
नगर निगम के आयुक्त अभिषेक सुराणा ने बताया- एंटी स्मोक गन का इस्तेमाल पिछले 3 साल से जयपुर में पॉल्यूशन कंट्रोल करने के लिए कुछ जगह पर ही किया जा रहा था। इस बार गर्मी बढ़ने के साथ ही हमने इसके दायरे को बढ़ा दिया। अब तीन स्मोक गन जयपुर के अलग-अलग इलाकों में हर दिन 100 से सवा सौ किलोमीटर तक का रूट कवर करती है। इससे न सिर्फ पॉल्यूशन कंट्रोल हो रहा है। बल्कि आम आदमी को बढ़ती गर्मी और लू से राहत भी मिलती है। इसके साथ ही हमने शहर के अलग-अलग इलाकों में ट्रैफिक लाइट पर ग्रीन शेड्स भी लगाए हैं। ताकि वहां रुकने वाले लोगों को गर्मी में परेशान ना होना पड़े।
नगर निगम ग्रेटर ने भी लगाई एंटी स्मोक गन
बता दें कि नगर निगम हेरिटेज की पहल के बाद ग्रेटर नगर निगम ने भी तीन स्मोक गन का इस्तेमाल आम आदमी को गर्मी से राहत देने के लिए किया शुरू कर दिया है। नगर निगम ग्रेटर भी तीन एंटी स्मोक गन शहर के अलग-अलग इलाकों में घूम कर पानी की फुहार छोड़ रही है। नगर निगम ग्रेटर रामबाग सर्किल, गांधीनगर तिराहे और लाल कोठी तिराहे पर लगी ट्रैफिक लाइट्स पर ग्रीन शेड भी लगाए गए हैं। ताकि आम आदमी को प्रचंड गर्मी में धूप से राहत दी जा सके।
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