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रतलाम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की मल्टी में शराब से भरी कार कवर से ढक खड़ी की गई।
रतलाम मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की मल्टी पार्किंग से गुरुवार रात देशी-विदेशी शराब से भरी एक कार मिली है। कार यहां कैसे पहुंची यह सवाल अनसुलझा है। लेकिन पुलिस शराब से भरी लॉक कार की चॉबी लेकर आ गई। कार से 68 पेटी देसी व अंग्रेजी अंग्रेजी शराब मिली है।
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मेडिकल कॉलेज परिसर में इस बिल्डिंग के पार्किंग में खड़ी की गई शराब से भरी कार। यहां से करीब 50 मीटर की दूरी पर डीएन का निवास है।
मेडिकल कॉलेज के डीन के बंगले के पास से 50 मीटर दूर सामने स्थित डॉक्टरों की डी ब्लॉक की मल्टी है। इसी मल्टी के नीचे 202 पार्किंग नंबर में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शैलेंद्र डाबर गुरुवार शाम 7 बजे अपनी कार पार्किंग के लिए पहुंचे। लेकिन वहां पर पहले से एक कार कवर से ढके खड़ी थी। उन्हें शराब की बदबू आई। उन्होंने कॉलेज के अपने डॉक्टर साथियों व मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी पर सूचना दी।
मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा जांच करते हुए।
चौकी से जवान पहुंचा। इसके बाद सबसे पहले आबकारी इंस्पेक्टर पुष्पराजसिंह व कांस्टेबल बीएल सोलंकी पहुंचे। कार से कवर हटा कर देखा तो उसमें शराब भरी हुई थी। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद थाना औद्योगिक प्रभारी राजेंद्र वर्मा बल के साथ पहुंचे। कार को देखा और मौजूद डॉक्टरों से जानकारी ली। इसके बाद थाना प्रभारी ने अपने पुलिस जवान से कार की चॉबी मंगाई। कार को जब्ती में लेकर थाना औद्योगिक क्षेत्र लेकर आए। कार में देशी से लेकर विदेशी शराब की बॉटले व बीयर की केने रखी थी। जिसमें 60 पेटी देशी व 8 पेटी बियर व अंग्रेजी शराब की बॉटले थी।
पुलिस थाने में कार से शराब की पेटिया उतारकर रखते पुलिसकर्मी।
गाड़ी मालिक को जानते थे पुलिस वाले
औद्योगिक थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की डी ब्लॉक मल्टी से शराब से भरी कार ((एमपी-43 सीए 7205) जब्त की है। कार में 68 पेटी देशी व विदेशी शराब थी। जिसमें 60 पेटी देशी व 8 पेटी बियर है। कार सेजावता निवासी बसंतीलाल पिता लक्ष्मीनारायण टाक की है। इस व्यक्ति को कुछ दिन पहले अवैध रुप से शराब बेचने पर पकड़ा था। इस कारण कुछ पुलिस वाले परिचित थे। उक्त गाड़ी की तस्दीक की जा रही थी। तभी वहां पर आरोपी प्रिंस पिता बसंतीलाल टाक मेडिकल कॉलेज परिसर में संदिग्ध अवस्था में घूमते मिला है। हिरासत में लिया तो उसने बताया कि शराब उसके घर रखी थी। डर के मारे मेडिकल कॉलेज गाड़ी में पार्किंग में खड़ी कर दी।
मेडिकल कॉलेज में चौकी संचालित है। लेकिन गेट पर कोई गार्ड की व्यवस्था नहीं है। मरीज भी लेकर विभिन्न वाहनों से आते है। इसी कारण वह वाहन चला गया है। आरोपी प्रिंस पिता बसंतीलाल को हिरासत में लिया है। केस दर्ज किया है। पूछताछ जारी है।
मेडिकल कॉलेज डॉक्टरों की मल्टी में खड़ी शराब से भरी कार का कवर हटाते आबकारी इंस्पेक्टर पुष्पराजसिंह।
गाड़ी पर प्रिंसू व टाक लिखा
कार के पीछे कांच पर एक तरफ प्रिंस तो दूसरी तरफ कॉर्नर पर टाक लिखा था। पूर्व में अवैध शराब के बेचने के मामले में यह प्रिंस टाक गिरफ्तार हो चुका है। कार में लिखा देख पुलिस को शक उसी पर गया। तुरंत उसे पकड़ कर कार की चॉबी भी पुलिस लेकर आ गई।
शाम 5 बजे बाद खड़ी हुई कार
डॉ. शैलेंद्र डाबर ने बताया कि मैं शाम 5 बजे कार लेकर निकला था। 7 बजे लौटा तो वहां पर एक अन्य कार खड़ी मिली। बदबू आ रही थी। देखा तो ड्रायवर सीट छोड़ पूरी कार में शराब भरी हुई थी।
एक दिन पहले पिता को पकड़ा
आबकारी इंस्पेक्टर पुष्पराजसिंह ने बताया कि एक दिन पहले बंजली बायपास जेएमडी ढाबे के पीछे जेएमडी किराना दुकान से बसंतीलाल पिता लक्ष्मीनारायण टाक से 34 बीयर जब्त की थी। आबकारी अधिनियम में केस दर्ज किया था। जो कि प्रिंस टाक का पिता है। दो दिन से इस कार की तलाश कर रहे थे। पुलिस व आबकारी द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई कर शराब से भरी कार को जब्त किया है। वहीं टीआई वर्मा का भी कहना था कि दो दिन पहले जेएमडी ढाबे से 21 क्वार्टर शराब और 16 बोतल बियर जब्त की थी। ढाबे वाले बसंतीलाल टांक के खिलाफ केस बनाया था।
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