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Swati Maliwal assault case : दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के केस में दिल्ली पुलिस ताबड़तोड़ ऐक्शन ले रही है। अब सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है कि पुलिस ने 13 मई यानी घटना के दिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मौजूद सभी कर्मचारियों के बयान दर्ज कर लिए हैं। इसके अलावा अब तक की जांच में दिल्ली पुलिस के हाथ जो भी इलेक्ट्रॉनिक सामान मिले हैं उन्हें जांच के लिए फॉरेंसिक विभाग के पास भेज दिया गया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि मोबाइल वीडियो में दिख रहे कुछ सुरक्षाकर्मियों से भी दिल्ली पुलिस ने पूछताछ की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री आवास से जब 13 मई को स्वाति मालीवाल ने पीसीआर कॉल किया था तब उस वक्त सीएम आवास में मौजूद लगभग 20 स्टाफ के बयान दर्ज किए गए हैं।
इधर दिल्ली पुलिस ने स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी और मारपीट करने के आरोपी सीएम अरविंद केजरीवाल के पूर्व पीए बिभव कुमार को मुंबई लेकर गई है। दरअसल दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली है कि बिभव कुमार ने मुंबई में ही अपना फोन फॉर्मेट कराया था। दिल्ली पुलिस इसी सिलसिले में अपनी जांच को आगे बढ़ाने के लिए बिभव कुमार को अपने साथ ले गई है।
बिभव कुमार को मुंबई क्यों ले गई पुलिस
दिल्ली पुलिस बिभव कुमार को अपने साथ मुंबई लेकर गई है और वो उन सभी स्थानों पर जाएगी जहां मुंबई आने के बाद बिभव कुमार गए थे। दिल्ली पुलिस उन लोगों का बयान भी दर्ज कर सकती है जिनसे बिभव कुमार ने मुंबई आकर मुलाकात की थी। न्यूज एजेंसी ANI ने दिल्ली पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया है कि गुरुवार को बिभव कुमार की कस्टडी खत्म हो रही है।
दिल्ली पुलिस अब तक जांच के दौरान मिली जानकारियों के आधार पर हीं बिभव कुमार की कस्टडी फिर से मांगेगी। पुलिस इस मामले में रिमांड मांग सकती है या फिर धारा 201 भी जोड़ सकती है। यह धारा सबूत मिटाने के अपराध से जुड़ी है।
अभी एक दिन पहले यानी सोमवार को दिल्ली पुलिस बिभव कुमार मुख्यमंत्री आवास पर भी लेकर गई थी। बताया जा रहा है कि यहां दिल्ली पुलिस ने पूरे क्राइम सीन को रीक्रिएट किया है। दिल्ली पुलिस वहां करीब 1 घंटे तक रही थी। दिल्ली पुलिस इस मामले की हर कड़ियों को जोड़ना चाहती है। इसलिए वो इस मामले में बारिकी से जांच कर रही है।
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