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IMS BHU
– फोटो : अमर उजाला
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आईएमएस बीएचयू में कोवैक्सीन पर हुए शोध रिपोर्ट में विभागाध्यक्ष की जानकारी के बिना ही सदस्यों के नाम जोड़े गए हैं। आईएमएस के कुछ विभागों में जब विभागाध्यक्ष के स्तर पर पड़ताल कराई गई तो पता चला कि उस समय विभाग में सीनियर रेजिडेंट का नाम शोध में जोड़ा गया है। जबकि इसकी जानकारी न तो विभागाध्यक्ष को और न ही किसी कंसल्टेंट को दी गई।
नियमानुसार कंसल्टेंट या विभागाध्यक्ष की जानकारी के बिना किसी तरह के शोध या स्टडी में नाम नहीं जोड़ा जा सकता है। अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट और आईसीएमआर के अगले कदम पर टिकी हैं। आईएमएस बीएचयू जीरियाट्रिक विभाग के अध्यक्ष प्रो. एसएस चक्रवर्ती और फार्माकोलॉजी विभाग की डॉ. उपिंदर कौर ने कोवैक्सीन के दुष्प्रभाव वाला शोध किया है।
आईएमएस के स्तर पर चल रही जांच में शोध रिपोर्ट में तथ्यों की कमी, जल्दबाजी में करने का जिक्र है। आईसीएमआर की ओर से शोध में बिना जानकारी आईसीएमआर का नाम देने पर नोटिस जारी किया गया है। नए मामले में वैक्सीन पर शोध की रिपोर्ट 2021 और फिर 2022 में भी प्रकाशित करवाई गई है। खास बात यह है कि हर बार अलग-अलग रिसर्च जर्नल्स को शामिल किया गया है।
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