[ad_1]
नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम।
हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) के बागी विधायकों में से एक रामकुमार गौतम लोकसभा चुनावों को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं। आज उन्होंने अपने कार्यालय पर समर्थकों को मिलने बुलाया है। समर्थकों से राय शुमारी कर नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम बड़ा फैसला ल
.
जोगीराम सिहाग भाजपा का समर्थन कर चुके
जजपा के बरवाला से जोगीराम सिहाग इससे पहले अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुलाकर भाजपा का समर्थक कर चुके हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से मीटिंग कर कहा था कि लोकसभा चुनाव देश के भविष्य का चुनाव होता है इसलिए ऐसे व्यक्ति को वोट देना चाहिए जो राष्ट्र निर्माण कर सके। जोगीराम के इशारे को समर्थकों ने भांप लिया था और भाजपा को समर्थन करने का फैसला किया, जिसके बाद जोगीराम ने भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला के लिए वोट मांगने का फैसला लिया था।
देवेंद्र बबली कर रहे कांग्रेस का समर्थन
वहीं हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (JJP) के विधायक देवेंद्र बबली ने रविवार को लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया था। देवेंद्र बबली ने टोहाना में समर्थकों की मीटिंग बुलाई थी और फैसला कोर कमेटी पर छोड़ा था। सदस्यों ने कुमारी सैलजा का नाम लिया। इस पर उन्होंने समर्थकों से चर्चा की तो उन्होंने सैलजा को समर्थन देने को लेकर हां कर दी। देवेंद्र बबली ने वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में टोहाना विधानसभा से कांग्रेस की टिकट न मिलने के बाद जजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस दौरान एक लाख से भी ज्यादा वोट पाकर उन्होंने तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को करारी शिकस्त दी थी। बाद में जजपा कोटे से उन्हें दिसंबर 2021 में विकास एवं पंचायत मंत्री बनाया गया था।
बबली ने वोट डलवा जानी थी समर्थकों की राय
दरअसल, देवेंद्र बबली ने पिछले दिनों अपने समर्थकों से वोट डलवा कर राय मांगी थी। एक दिन पहले बबली ने बताया था कि 3 हजार से ज्यादा लोगों ने उन्हें वोट दिया। इनमें 74 प्रतिशत लोगों ने फैसला उन पर छोड़ दिया है कि जो निर्णय वे लेंगे, वे उसमें उनके साथ रहेंगे। उनके समर्थकों में 9 प्रतिशत लोगों ने उनको भाजपा जॉइन करने की सलाह दी। 17 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि वह कांग्रेस में जाएं, जबकि .5 प्रतिशत लोगों का मानना है कि वे जहां हैं, वहां रहें।
पूर्व सीएम खट्टर के करीबी रह चुके बबली, जोगीराम और गौतम
बबली, जोगीराम और गौतम हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के करीबी रह चुके हैं। तत्कालीन खट्टर सरकार की ओर से जब पंचायतों के लिए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी, तब प्रदेशभर में पंचायतों ने इस फैसले का जमकर विरोध किया था, इस दौरान पूर्व सीएम के साथ बबली हमेशा खड़े हुए दिखाई दिए, जबकि सरकार के इस फैसले का उनकी ही पार्टी के मुखिया पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने विरोध किया था। वहीं तीनों विधायक दुष्यंत चौटाला पर भ्रष्टाचार करने और मान-सम्मान न करने की बात कह चुके हैं।
[ad_2]
Source link