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Iran’s President Raisi Death: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई. उनके हेलीकॉप्टर के क्रैश होने के बाद से ही करीब 40 से अधिक टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही थी. ईरानी राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर अजरबैजान की सीमा से बाहर निकलते ही क्रैश हो गया था. उनके निधन के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता इमाम अली खामेनेई ने 5 दिनों के सार्वजनिक शोक की घोषणा की है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, एक ईरानी अधिकारी ने बताया कि क्रैश में हेलिकॉप्टर पूरी तरह से जल गया था. हेलिकॉप्टर क्रैश जिस जगह पर हुआ था, वहां मौसम खराब था. इस वजह से घटनास्थल तक पहुंचने में बचावकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी. राष्ट्रपति रईसी रविवार को अजरबैजान में किज कलासी और खोदाफरिन बांध का उद्घाटन करने गए थे.
राष्ट्रपति और विदेश मंत्री सहित कितने लोगों की मौत हुई
राष्ट्रपति के साथ हेलिकॉप्टर में ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन समेत 9 लोग सवार थे. इन लोगों में पूर्वी अजरबैजान प्रांत के राज्यपाल मलिक रहमती, पूर्वी अजरबैजान में ईरानी सर्वोच्च नेता के प्रतिनिधि अयातुल्ला मोहम्मद अली अल-हाशेम, रईसी की गार्ड टीम के प्रमुख सरदार सैयद मेहदी मौसवी, हेलीकॉप्टर के पायलट कर्नल सैयद ताहेर मुस्तफावी, हेलीकॉप्टर के सह-पायलट कर्नल मोहसिन दरियानुष और उड़ान तकनीशियन मेजर बेहरोज गादिमी भी शामिल हैं. ईरानी राज्य समाचार एजेंसी IRINN और सेमी ऑफिशियल न्यूज एजेंसी मेहर न्यूज ने बताया कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहे हेलिकॉप्टर के दुर्घटनास्थल पर कोई भी जीवित नहीं मिला है. हादस में सभी 9 लोगों की मौत हो गई.
5 दिन के सरकारी शोक का एलान
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर हादसे में निधन के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने 5 दिन के शोक का एलान किया है. दिल्ली में भी ईरानी दूतावास ने अपना झंडा आधा झुका दिया है.
हादसा या साजिश- क्यों उठ रहे सवाल
‘द इकोनॉमिस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कई ईरानियों का कहना है कि इस दुर्घटना के पीछे इजरायल हो सकता है. यह कॉन्सपिरेसी थ्योरी इसलिए भी सामने आ रही है क्योंकि गाजा में चल रहे इजरायली हमले के बीच कुछ समय पहले ईरान ने इजरायल पर हमला कर दिया था. इजरायल ने तब कहा था कि ईरान को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. इजरायल ने अप्रैल की शुरुआत में सीरिया की राजधानी दमिश्क में एयरस्ट्राइक किया था जिसमें ईरान के ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेजा जेहादी की मौत हुई थी. जेहादी ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के सीनियर कमांडर थे. अब कई ईरानी यह कह रहे हैं कि रईसी की मौत के पीछे भी इजरायल का हाथ है. हालांकि, इजरायल ने कभी ईरान के राष्ट्रप्रमुखों को निशाना नहीं बनाया है. रईसी के मामले पर कहा कि इस हादसे में हमारी कोई भूमिका नहीं है.
मौजूदा उप राष्ट्रपति को कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर नियुक्ति
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति के नाम का एलान कर दिया गया है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया है. मोखबर 50 दिनों के लिए राष्ट्रपति रहेंगे. इसी दौरान चुनाव करवाए जाएंगे. इसके अलावा नए विदेश मंत्री अली बघेरी कानी होंगे.
नए राष्ट्रपति का चुनाव कब होगा
फ्रांस की तरह ईरान में भी हर 4 साल में चुनाव होता है. पिछला चुनाव 2021 में हुआ था, इसलिए अगला चुनाव 2025 में प्रस्तावित था, लेकिन इब्राहिम रईसी की मौत के बाद जल्द ही चुनाव करवाया जाएगा, क्योंकि उपराष्ट्रपति के पास केवल 50 दिन तक ही सत्ता संभालने का अधिकार रहेगा. इसी 50 दिन के भीतर ईरान के लिए नए राष्ट्रपति का चुनाव कराना होगा.
भारत की प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर पीएम मोदी ने शोक जताया है. प्रधानमंत्री ने ‘X’ पर लिखा कि कि डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और झटका लगा है. उन्होंने कहा कि रईसी का भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में दिया गया योगदान हमेशा याद रखा जाएगा. उनके परिवार और ईरान के लोगों के लिए मेरी संवेदनाएं। इस दुख की घड़ी में भारत, ईरान के साथ खड़ा है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिखा कि ईरान के राष्ट्रपति डॉ इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री एच. अमीर-अब्दुल्लाहियन के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन की खबर सुनकर गहरा आघात हुआ.जनवरी 2024 में हुई हमारी आखिरी मुलाकात सहित उनके साथ हुई कई बैठकों को याद करता हूं. उनके परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएं. इस दुख की घड़ी में हम ईरान के लोगों के साथ खड़े हैं.
विश्व की प्रतिक्रियाएं
रूस
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रईसी की मौत को ‘बड़ी त्रासदी’ बताते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की.उन्होंने कहा, सैय्यद इब्राहिम रईसी एक उत्कृष्ट राजनेता थे, जिनका पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा के लिए समर्पित था. रूस के एक सच्चे मित्र के रूप में उन्होंने हमारे देशों के बीच अच्छे पड़ोसी संबंधों के विकास में अमूल्य व्यक्तिगत योगदान दिया और उन्हें रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर लाने के लिए महान प्रयास किए.
चीन
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रायसी की मृत्यु “ईरानी लोगों के लिए एक बड़ी क्षति है, और चीनी लोगों ने एक अच्छा दोस्त खो दिया है”
पाकिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर की क्रैश लैंडिंग से संबंधित घटनाक्रम पर उत्सुकता से नजर रख रहा था. अच्छी खबर की उम्मीद थी. अफसोस, ऐसा नहीं हुआ. पाकिस्तान की सरकार इस भयानक क्षति पर ईरान के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करता है. महान ईरान पारंपरिक साहस के साथ इस त्रासदी से बाहर निकलेगा
तुर्की
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इस घटना पर सहानुभूति व्यक्त की. एर्दोगन ने कहा कि वह घटना पर लगातार नजर रख रहे हैं. तुर्की ने रईसी और उनके दल की खोज और बचाव अभियान में मदद के लिए टीम भी भेजी थी
इराक
इराक के राष्ट्रपति अब्दुल लतीफ रशीद ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने बगदाद में ईरान के राजदूत से इस घटना पर चर्चा की है. उन्होंने ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर से भी टेलीफोन पर बातचीत की.
कहां हुआ हादसा, कितना दुर्गम इलाका है
राष्ट्रपति रईसी अजरबैजान में किज कलासी और खोदाफरिन बांध का उद्घाटन करने गए थे. इस उद्घाटन के बाद वो तबरेज शहर की ओर जा रहे थे. तबरेज ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत की राजधानी है. इसी दौरान रास्ते में किसी जगह पर हेलिकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुआ. जहां हेलीकॉप्टर ने हार्ड लैंडिंग की, वो इलाका तबरेज शहर से 50 किलोमीटर दूर वर्जकान शहर के पास है. जिस जगह हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, वहां काफी धुंध बताई थी. बचाव दल के साथ मौजूद एक रिपोर्टर ने बताया कि पहाड़ी और इस घने जंगल में विजिबिलिटी सिर्फ पांच मीटर तक की ही थी.
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