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मुरादाबाद में जांच करती राज्य कर टीम
– फोटो : संवाद
विस्तार
मुरादाबाद में राज्य कर विभाग की टीमों ने दिल्ली रोड स्थित लाकड़ी फाजलपुर में शुक्रवार को छापा मारा। 17 घंटे तक चली जांच में करोड़ो रुपये की जीएसटी की गड़बड़ी पकड़ी गई। छानबीन से एक्सपोर्टर द्वारा बोगस फर्मों से खरीदी करने की जानकारी मिली। इस मामले में एक्सपोर्टर ने तत्काल 71 लाख 36 हजार रुपये का जुर्माना भर दिया।
राज्य कर आयुक्त ने जीएसटी चोरी के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। इसी आधार पर राज्य कर विभाग की टीमों ने शुक्रवार सुबह 11 बजे दिल्ली रोड लाकड़ी फाजलपुर स्थित एक एक्सपोर्टर के फर्म में छापा मारकर जांच शुरू की। टीम की जांच शनिवार की शाम चार बजे तक चली।
फर्म में डेकोरेटिव फर्नीचर एवं आर्टीकल्स का निर्माण और बिक्री की जाती है। टीमों ने फर्म के डाटा का विश्लेषण किया। दिल्ली रोड की फर्म ने ऐसी अन्य फर्मों से खरीद की थी, जिनका जीएसटी पंजीयन सप्लाई से पूर्व ही निरस्त हो गया था। इस प्रकार वर्ष 2022-23 व वर्ष 2023-24 में फर्म ने 50 लाख की बोगस आईटीसी क्लेम की है।
मुरादाबाद जोन के 20 अधिकारियों की पांच टीमों ने संयुक्त रूप से व्यापार स्थल पर कागजातों और माल की छानबीन की। जांच के समय व्यापारी द्वारा प्रस्तुत कागजात के आधार पर स्टॉक में 81 लाख का अंतर पाया गया। जीएसटी के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि एक्सपोर्टर ने बाहर से अवैध ढंग से खरीद की थी। यह कार्रवाई सुबह चार बजे तक चली।
अपर आयुक्त ग्रेड-1 आरए सेठ ने बताया कि जांच के दौरान एक्सपोर्टर ने तत्काल लगभग 71 लाख 36 हजार रुपये जमा किया है। विभागीय जांच के दौरान जीएसटी चोरी करने का मामला प्रकाश में आया है। जांच का नेतृत्व संयुक्त आयुक्त (एसआईबी) श्रीहरि मिश्रा ने किया। इसमें उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह, सचान, विकास बहादुर चौधरी, अरविंद निषाद, भारत भूषण, कपिल कुमार और युवराज खन्ना सहित अन्य अधिकारी शामिल थे।
17 घंटे तक हुई जीएसटी चोरी की जांच
राज्य कर के अधिकारियों ने शुक्रवार की सुबह 11 बजे से शनिवार की शाम चार बजे तक दिल्ली रोड स्थित लाकड़ी फाजलपुर स्थिति फर्म में छापा मारकर पूरे माल और कागजात को खंगाला। जांच में जीएसटी चोरी का मामला पकड़ में आने पर तत्काल 71 लाख 36 हजार रुपये जमा कराया।
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