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भोपाल में बड़े तालाब के किनारे सूखने लगे हैं। कई जगहों पर पानी काफी नीचे चला गया है ।
प्री मानसून बौछारों के बीच भोपाल के लिए अच्छी खबर आई है। दक्षिण पश्चिम मानसून तय समय पर यानी 20 जून या उसके आसपास भोपाल पहुंच सकता है। इससे दो दिन पहले इसके मप्र में दाखिल होने की संभावना है।
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मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के पश्चिमी हिस्से के भोपाल, उज्जैन, इंदौर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल संभागों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इनमें 104 से 106% तक बारिश हो सकती है। जबलपुर, सागर, रीवा व शहडोल संभाग में कम बारिश हो सकती है। प्रदेश में बारिश 100% होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने बुधवार देर रात घोषणा की कि मानसून अपनी नियत तारीख से एक दिन पहले 31 मई को केरल में दस्तक दे देगा। वैसे केरल में मानसून आने की सामान्य तारीख एक जून है। घोषित तारीख में 4 दिन कम या ज्यादा होने की गुंजाइश रखी गई है। यानी मानसून 28 मई से 3 जून के बीच कभी भी आ सकता है।
विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में अंडमान सागर और द्वीप समूह पर मानसून के दो दिन पहले यानी 19 मई को ही पहुंचने की संभावना है, जबकि वहां दस्तक देने की सामान्य तारीख 21 मई है। मालूम हो, पिछले साल भी मानसून ने अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 19 मई को ही दस्तक दी थी, लेकिन केरल में 9 दिन देरी से 8 जून को पहुंचा था।
पिछले साल अल-नीनो सक्रिय था, जबकि इस बार अल-नीनो परिस्थितियां इसी हफ्ते खत्म हुई हैं और संभावना बन रही हैं कि तीन से पांच हफ्तों में ला-नीना परिस्थितियां पैदा हो जाएंगी। बता दें, अल-नीनो में कम बारिश की आशंका रहती है। 15 अप्रैल को जारी पूर्वानुमान में जून से सितंबर तक 104% बारिश की संभावना जताई गई थी।
मप्र समेत 10 राज्यों में अगले पांच दिन भीषण लू चलने की आशंका
मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार से 4-5 दिन पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, यूपी, मप्र बिहार, झारखंड व बंगाल में हीटवेव की प्रबल संभावना है। 18 मई से इसकी तीव्रता बढ़ जाएगी। तापमान 40-46 डिग्री रह सकता है, जो सामान्य से 4.5 डिग्री तक ज्यादा होगा।
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व पश्चिमी यूपी के तमाम इलाकों में तापमान 42 डिग्री से ऊपर दर्ज हो रहा है, पर सीजन में अब तक लू नहीं चली है। मप्र में पिछले कुछ दिनों से तापमान 40 के ऊपर ही दर्ज हो रहा है। अगले पांच दिनों में इसमें बढ़ोत्तरी ही दर्ज की जाएगी। खासकर चंबल और यूपी के पास वाले जिलों में लू चलने की आशंका जताई जा रही है।
2023 की गर्मी ने तोड़ा 2000 साल का रिकॉर्ड
नेचर जर्नल में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, 2023 की गर्मी ने 2 हजार साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। वैज्ञानिकों ने जिम्मेदार जलवायु परिवर्तन को ठहराया है। चेतावनी दी कि बढ़ते तापमान और उम्रदराज आबादी के कारण 2050 तक करोड़ों बुजुर्गों को खतरनाक गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
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