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नई दिल्ली3 दिन पहले
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चैटजीपीटी का नया वर्जन ‘जीपीटी-4ओ’ रैपिड फायर मोड में नैचुरल आवाज में बातचीत करने में सक्षम है।
दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल ChatGPT अब इंसानों की तरह इमोशन के साथ बात कर सकेगा। चैटजीपीटी का नया वर्जन जीपीटी-4ओ रैपिड फायर मोड में नैचुरल आवाज में बातचीत करने में सक्षम है।
इसके साथ ही यह यूजर के भावनात्मक इशारों को समझकर उसी अंदाज में जवाब देगा। 2022 के अंत में लॉन्च होने के बाद से OpenAI का चैटजीपीटी लगातार अपग्रेड हो रहा है। अब कंपनी ने अपना लेटेस्ट लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) जीपीटी-4ओ पेश किया है।
इसे अब तक का सबसे तेज और सबसे पावरफुल AI मॉडल बताया जा रहा है। कंपनी का दावा है कि नया मॉडल चैटजीपीटी को ज्यादा स्मार्ट और इस्तेमाल में आसान बनाएगा। OpenAI की चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मीरा मुराती ने एक लाइवस्ट्रीम के दौरान बताया कि यह किसी पुराने दोस्त की तरह आपकी सभी बातें याद रखेगा।
जीपीटी-4 टर्बो की तुलना में जीपीटी-4o दोगुनी रफ्तार से काम करता है
ChatGPT का यह नया मॉडल डेस्कटॉप, मोबाइल ऐप और वेब वर्जन पर फ्री और पेड दोनों यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा। हालांकि, पेड यूजर्स को बेहतर स्पीड और ज्यादा कैपेसिटी लिमिट मिलेगी। यह 50 लैंग्वेज को सपोर्ट करेगा।
नया ऐप बनाने के लिए यह API के माध्यम से भी उपलब्ध होगा। जीपीटी-4ओ जीपीटी-4 टर्बो की तुलना में दोगुनी रफ्तार से काम करता है। कंपनी ने ब्लॉगपोस्ट में बताया है कि जीपीटी-4ओ की सभी कैपेबिलिटी को रोलआउट किया जाएगा, लेकिन इसकी टेक्स्ट और इमेज कैपेबिलिटीज को ChatGPT में रोलआउट कर दिया गया है।
इंसानों की तरह आपसे बात कर सकता है जीपीटी-4ओ
जीपीटी-4ओ इंसानों की तरह आपसे बात कर सकता है। इसे इस्तेमाल करते हुए आपको ये नहीं लगेगा कि आप किसी AI बॉट से बात कर रहे हैं। कंपनी ने मशीन और इंसानों के बीच के कन्वर्सेशन को नैचुरल बनाने के लिए जीपीटी-4ओ को कई वॉयस एक्सेंट दिए हैं।
जीपीटी-4ओ के जरिए यूजर्स इंटरव्यू की तैयारी से लेकर बिजनेस आइडिया तक डिस्कस कर सकेंगे
मीटिंग के दौरान भी जीपीटी-4ओ का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो क्वेश्चन का जवाब देता है।
जीपीटी-4ओ लाइव वीडियो देखकर उससे जुड़ी जानकारी देने में भी सक्षम है
जीपीटी-4ओ के जरिए यूजर्स मैथ के सवाल भी सॉल्व कर सकते हैं
जीपीटी-4ओ क्या है?
जीपीटी-4ओ को ह्यूमन कंप्यूटर इंटरैक्शन को बढ़ाने के लिए डेवलप किया गया है, जिसे एक को रेवोल्यूशनरी AI मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। यह यूजर्स को टेक्स्ट, ऑडियो और इमेज के किसी भी कॉम्बिनेशन को इनपुट करने और उसी फ्रॉर्मट में रिस्पांस रिसीव करने का ऑप्शन देता है। यह जीपीटी-4ओ को एक मल्टीमॉडल AI मॉडल बनाता है।
कंपनी ने डेस्कटॉप ऐप भी लॉन्च किया
OpenAI ने ChatGPT के डेस्कटॉप ऐप के लॉन्च की भी घोषणा की। यह ऐप एक नए यूजर इंटरफेस (UI) के साथ आता है। नया ऐप फिलहाल मैक यूजर्स के लिए उपलब्ध है और कंपनी जल्द ही विंडोज यूजर्स के लिए भी इसे लॉन्च कर सकती है।
2022 में ChatGPT को पब्लिकली अनवील किया था
OpenAI ने नवंबर 2022 में दुनिया के लिए ChatGPT अनवील किया था। इस AI टूल ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। म्यूजिक और पोएट्री लिखने से लेकर निबंध लिखने तक, ChatGPT बहुत सारे काम कर सकता है। यह एक कन्वर्सेशनल AI है। एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जो आपको इंसानों की तरह जवाब देता है।
OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट जैसी बिग टेक कंपनी ने 13 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश कर रखा है। कंपनी ने अपने सर्च इंजन ‘बिंग’ में भी ChatGPT को इंटीग्रेट किया है। कई कंपनियां भी ChatGPT का इस्तेमाल करने के लिए आतुर हैं। ऐसे में AI बेस्ड इस चैटबॉट का इस्तेमाल आने वाले दिनों में कहीं ज्यादा फैलने की उम्मीद है।
आलोचकों का कहना है कि AI का बढ़ता इस्तेमाल लोगों के लिए मुश्किलें पैदा करेगा। नौकरियां खत्म होंगी, लोगों की इस पर निर्भरता बढ़ती जाएगी और शायद एक दिन ऐसा भी आए कि इंसान सोचने का काम पूरी तरह AI पर छोड़ दे। सैम ऑल्टमैन इस खतरे को नकारते नहीं हैं। हालांकि, वो कहते हैं कि इंसानी दिमाग की जरूरत ही न पड़े ऐसी दुनिया की कल्पना मुश्किल है।
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