भारत विकास परिषद के तत्वाधान में जिलाध्यक्ष अजीत जायसवाल के आवास मतदाता जागरूकता संगोष्ठी रखी गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय मंत्री अंबरीश जी थे। मुख्य अतिथि ने कहा कि चुनाव पांच सालों के बाद ही आते हैं। इन चुनावों का मकसद हम अपने देश और राज्य के लिए अच्छे प्रतिनिधियों का चयन करना होता है ताकि देश में या राज्य में अच्छी सरकार का गठन किया जा सके। भारत में लोकतंत्र है। इस लोकतंत्र में मतदान से हमें सरकार चुनने का मौका मिला है। लोगों को यह मौका बड़ी मुश्किलों के बाद मिला है। विभाग प्रचारक उपेंद्र ने कहा कि चुनाव में हर मतदाता को अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग जरूर करना चाहिए। मतदान में हर मतदाता को हर हाल में सभी को भाग लेना चाहिए। मतदान बहुत ही गंभीर विषय है। मतदाताओं को पूरी सोच विचार के बाद ही किसी प्रत्याशी को वोट देना चाहिए। किसी भी तरह के लालच में आकर वोट नहीं करना चाहिए। ऐसे प्रत्याशी को ही वोट करना चाहिए। अध्यक्ष अजीत जायसवाल ने कहा कि मतदाता जागरुकता का सारा मतलब, एक वोट डालने तक ही सीमित है उसके आगे पांच साल कुछ नहीं हम में से कितने मतदाता हैं, जो पांच साल के दौरान जाकर अपने चुने हुए जनप्रतिनिधि से उसे मिले बजट का हिसाब पूछते हैं ? कितने हैं, जो सार्वजनिक हित के वादों को पूरा करने को लेकर जनप्रतिनिधि को समय-समय पर टोकते हैं ? सार्वजनिक हित के काम में उसे सहयेाग के लिए खुद आगे आते हैं ? हम भूल जाते हैं कि जहां सवालपूछी होती है, जवाबदेही भी वहीं आती है। यह सवालपूछी की प्रक्रिया और तेज होनी चाहिए। इसलिए हम यह तो याद रखें कि मतदान हमारा अधिकार है, किंतु कर्तव्य को न भूल जायें। जिला संचालक हर्ष अग्रवाल ने कहा कि जाति, धर्म, वर्ग, पार्टी, लोभ अथवा व्यक्तिगत संबंधों की बजाय उम्मीदवार की नीयत, काबिलियत, चिंता, चिंतन, चरित्र तथा उसके द्वारा पेश पांच साल की कार्ययोजना के आधार पर मतदान करना हमारा कर्तव्य है।
संगोष्ठी में संदीप जायसवाल, राजेश गुप्ता, संदीप सिंह, राजेश बंसल, संदीप सिंह चंदेल, सौरभ अग्रवाल, विनोद जालान, राजेश जायसवाल, दिलीप सिंह, रमेश जायसवाल, जेपी गुप्ता आदि लोग उपस्थित थे।