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नई दिल्ली19 मिनट पहले
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माधव शरण पॉलिटिकल साइंस में आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं।
अगर इंसान ठान ले तो उसके लिए कोई मंजिल मुश्किल नहीं। दिल्ली के माधव शरण की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। 2 साल पहले कोमा में रहने के बाद भी उन्होंने 12वीं में 93% स्कोर किए। उनका यह सफर कठिनाइयों से भरा रहा।
एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ने वाले 18 साल के माधव को अगस्त 2021 में ब्रेन हैमरेज हुआ था। वो 10 दिन तक कोमा में रहे। उनके दिमाग का एक-तिहाई हिस्सा काम नहीं कर रहा था। इस वजह से वो ठीक से बोल नहीं पाते थे। उनके सोचने-समझने की क्षमता भी प्रभावित हुई थी। लिखने में भी मुश्किलें आती थीं। लेकिन उन्होंने हौसला, हिम्मत नहीं हारी और 12वीं में 93% हासिल किए।
पिता बोले- बेटा जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा था
एक मीडिया इंटरव्यू में माधव के पिता दिलीप ने कहा, “अस्पताल में भर्ती होने के शुरुआती एक हफ्ते माधव कोमा में था। वो जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा था। हम नहीं जानते थे कि वो हमारी बातें सुन रहा है या। अगर सुन रहा है तो क्या उसे हमारी बातें समझ आ रही हैं या नहीं। वो बोल नहीं पाता था।”
उन्होंने कहा, “माधव की रिकवरी में काफी दिक्कतें आईं। वो बोलना भूल सा गया था। कुछ नहीं कह पाता था। उनकी स्थिति बेहद नाजुक थी। माधव की ब्रेन से जुड़ी कई सर्जरी हुईं। एक सर्जरी के दौरान उसकी खोपड़ी से एक हड्डी का फ्लैप हटाकर उसे छह महीने के लिए खुला छोड़ दिया गया था। इतना सब होने के बावजूद माधव ने हार नहीं मानी। अभी भी वो साफ तौर पर बोल नहीं पाता, उसके हाथ भी ठीक से काम नहीं करते लेकिन वो अपना हौसला कम होने नहीं देता।”
माधव के पिता ने कहा- रिकवरी धीमी थी
वसंत कुंज में रहने वाले माधव के पिता दिलीप ने कहा, “बेटे के रिकवरी की गति काफी धीमी थी। उसे पहले जैसे स्थिति में आने में काफी समय लगा। धीरे-धीरे उसने एक बार फिर बोलना सीखा। लेकिन भाषा उसके लिए चुनौती थी। उसे बेसिक इंग्लिश सीखने में एक साल का समय लगा। हिंदी को समझने में ज्यादा कठिनाई आई।”
2022 में स्कूल में वापसी हुई
इलाज के बाद जुलाई 2022 में माधव स्कूल वापस गए। कठिनाइयों और अकादमिक जरूरतों को समझते हुए माधव ने अपनी स्ट्रीम चेंज की। वो साइंस से आर्ट्स स्ट्रीम में आए। चुनौतियों के बावजूद उनका दृढ़ संकल्प और जुनून उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहा।
पॉलिटिकल साइंस में आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं माधव
इंग्लिश, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, फाइन आर्ट्स और फिजिकल एजुकेशन 12वीं में माधव के सब्जेक्ट्स थे। अब वो पॉलिटिकल साइंस में आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं और इसी में अपना करियर बनाना चाहते हैं। माधव ने कहा, “मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी के एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा हूं।”
दिल्ली में 94.97% स्टूडेंट्स पास हुए
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 13 मई 2024 को 12वीं का रिजल्ट जारी किया था। दिल्ली रीजन में 2,95,792 छात्रों ने CBSE क्लास 12वीं बोर्ड एग्जाम दिया था और 2,80,925 स्टूडेंट्स पास हुए। दिल्ली में 94.97 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए। पूर्वी दिल्ली में स्टूडेंट्स का रिजल्ट प्रतिशत 94.51% रहा और पश्चिमी दिल्ली में 95.64% स्टूडेंट्स पास हुए।
इस साल कुल 16,33,730 स्टूडेंट्स ने 12वीं के बोर्ड एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन किया था और कुल 16,21,224 स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल हुए थे। एग्जाम में 14,26,420 स्टूडेंट्स पास हुए।
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