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बीकानेर4 मिनट पहले
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घर में बुजुर्ग माता-पिता का ध्यान संताने रखती हैं, लेकिन ऐसे बुजुर्ग भी होते हैं ,जो मानसिक रूप से बीमार होने या अन्य कारणों से परिवार से बिछड़ जाते हैं। भटकते हुए ऐसे बुजुर्ग जब अपना घर आश्रम पहुंचते हैं तो उन्हें सहारा मिलता है। इन्हें प्रभुजी नाम दिया जाता है और भगवान मानकर उनकी सेवा की जाती है। आश्रम में जब ये लाए जाते हैं तो इनकी शारीरिक व मानसिक हालत बहुत ही खराब होती है।
कई बार तो घाव में कीड़े तक पड़ चुके होते हैं। पर आश्रम के
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