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रांची7 मिनट पहलेलेखक: कुंदन कुमार चौधरी
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मां डुमनी सोरेन के साथ विनीता सोरेन।
विनीता सोरेन, पहली आदिवासी युवती, जिसने पर्वतों को टक्कर दिया। पहली ट्राइबल गर्ल, जो एवरेस्ट विजेता बनीं। देश की पहली भारतीय महिला बनने का गौरव हासिल किया, जिसने ऊंट पर चढ़ कर थार रेगिस्तान को पार किया। राफ्टिंग कर हरिद्वार से पटना तक आई। विनीता झारखंड के सरायकेला में केशोरसोरा गांव की रहनेवाली हैं। उन्होंने अपने नाम हासिल उपलब्धियों को मां की देन बताया। उनकी मां डुमनी सोरेन साधारण, लेकिन मजबूत इरादों वाली महिला हैं। विनीता ने दैनिक भास्कर से अपने संघर्षों की कहानी सुनाई। यहां पढ़िए विनीता की जुबानी, उनकी कहानी…
मुर्गी-बकरियां पालकर मां ने पढ़ाया, एडवेंचर कैंप में
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