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नई दिल्ली4 मिनट पहले
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डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन (DoT) ने साइबर क्राइम और साइबर फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किए गए 28,200 मोबाइल हैंडसेट्स को ब्लॉक करने को कहा है। साथ ही इन मोबाइल फोन्स में यूज किए गए 20 लाख नंबरों का रिवेरिफिकेशन का भी आदेश दिया है। अगर नंबर रिवेफाइ नहीं होता है, तो उसे बंद कर दिया जाएगा।
टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने आज यानी शुक्रवार (10 मई) को बयान जारी कर बताया कि वह साइबर क्राइम और फाइनेंशियल फ्रॉड में टेलीकॉम रिसोर्सेज के दुरुपयोग को रोकने के लिए डिपार्टमेंट होम मिनिस्ट्री और राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहा है।
DoT ने कहा था- फोन नंबर बंद करने की धमकी देने वाले कॉल ‘फ्रॉड’
एक महीने पहले DoT ने सभी मोबाइल यूजर्स के लिए मोबाइल नंबर बंद करने की धमकी देने वाले कॉल को लेकर एक एडवाइजरी जारी की थी। सरकार ने कहा था कि वह (DoT) किसी भी व्यक्ति को ऐसे कॉल करने के लिए अधिकृत नहीं करता है।
तब टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने एडवाइजरी में बताया था कि कई लोगों को DoT के नाम से आ रहे। इन कॉल पर यह बताकर धमकाया जा रहा है कि आपके नंबर का इस्तेमाल इलीगल एक्टिविटी के लिए हुआ है। आपका मोबाइल नंबर बंद कर दिया जाएगा।
यह एडवाइजरी सरकार ने साइबर फ्रॉड से बचने के लिए जारी किया था। सरकार ने धमकी देने वालों से नहीं डरने के लिए कहा था।
वाट्सएप कॉल के लिए भी एडवाइजरी
मोबाइल नंबर बंद होने से रोकने के लिए कॉलर लोगों से पर्सनल जानकारी मांगता है। इसे देते ही लोग फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा सरकार ने विदेशी नंबर (जैसे- +92) से आने वाले वाट्सएप कॉल के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। अगर आप ऐसे किसी फ्रॉड के शिकार हो गए हैं तो सरकार की हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या www.cybercryme.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
साइबर ठगी या क्राइम से बचने के उपाए
- किसी के साथ भी अपने अकाउंट की डिटेल्स जैसे ATM का नंबर या चार अंकों का पिन शेयर ना करें।
- बैंक कभी भी आपसे इस तरह की जानकारी नहीं मांगता है। किसी भी तरह का संदेह होने पर बैंक जाकर संपर्क करें।
- संभव हो तो अपने सोशल मीडिया पर अपनी पर्सनल जानकारी या अपना नंबर शेयर ना करें
- अपने ATM या Gmail, Facebook, Instagram के पासवर्ड को कुछ महीनों के बाद चेंज करते रहें।
- अगर आपको कोई पैसे भेज रहा है, तो इसके लिए आपके नंबर पर कोई पिन नहीं आता है, अगर आए तो उसे शेयर ना करें। यह फ्रॉड है।
- कोई भी ऐप इंस्टॉल होने के बाद आपसे कुछ परमिशन मांगता है। जैसे कि लोकेशन, कैमरा, फोटो और वीडियो। लोग जल्दबाजी में बिना देखे ही OK करते जाते हैं। ऐसा करने से बचें। किसी भी ऐप की गाइडलाइंस को ध्यान से पढ़ें।
सरकार के चक्षु पोर्टल पर कर सकते हैं शिकायत
सरकार ने साइबर फ्रॉड से बचने के लिए चक्षु पोर्टल भी लॉन्च किया है। सरकार चक्षु के लिए एक ऐप बनाने पर भी काम कर रही है। अगर आपके पास धोखाधड़ी के इरादे से कोई कॉल, SMS या व्हाट्सएप मैसेज आता है तो पोर्टल पर उसकी रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं।
शिकायत में कॉल या SMS आने का समय, तारीख और इससे जुड़ी सभी जानकारियां देनी होती हैं। रिकॉर्ड के तौर पर ऐसे कॉल या मैसेज का स्क्रीनशॉट भी होता है।
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