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Haryana Politics and Crisis: हरियाणा में सियासी संकट के बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा पर ऑपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगाया है। रमेश ने कहा है कि हरियाणा सरकार ने अपना बहुमत खो दिया है। ऐसे में अब हरियाणा में अब राष्ट्रपति शासन लगाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी के बाद नायब सिंह सैनी सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि ऐसी सूरत में भाजपा ऑपरेशन लोटस करेगी। हालांकि, उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा के अब गिने-चुने दिन ही रह गए हैं। जैसे नई दिल्ली में भी भाजपा के गिने-चुने दिन रह गए हैं।
10 मिनट पहले ही दिल्ली निकल गए राज्यपाल:
वहीं दूसरी तरफ, शुक्रवार को जब कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय से मिलने चंडीगढ़ स्थित राजभवन पहुंचा। तब वहां उनके पहुंचने से 10 मिनट पहले ही राज्यपाल दिल्ली के लिए निकल गए। इस तरह कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो पाई। राजभवन पहुंचे कांग्रेस नेताओं को वहां गवर्नर हाउस के अधिकारियों ने बताया कि महामहिम किसी कार्यक्रम में शामिल होने के दिल्ली गए हैं।
दुष्यंत चौटाला ने सरकार में खूब आनंद लिए, अब अखर रही: नायब सैनी
जजपा नेता दुष्यंत चौटाला की विधानसभा सत्र बुलाने और फ्लोर टेस्ट कराने की मांग पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस और उनके नए साथी दुष्यंत चौटाला को सत्र बुलाने की बहुत जल्दी हो रही है। दुष्यंत चौटाला ने जो आनंद सरकार में लिए हैं, अब वो आनंद नहीं मिल पा रहा है। अब जब वह सरकार से बाहर हो गए हैं तो उन्हें यह अखर रहा है।
करनाल में उपचुनाव जनसंपर्क अभियान के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि एक महीने पहले ही कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी, तब हमने बहुमत सिद्ध कर दिया था। जरूरत पड़ने पर एक बार फिर विधानसभा में बहुमत साबित कर देंगे। सैनी ने कहा कि कांग्रेस और दुष्यंत चौटाला को हमारे बहुमत की चिंता छोड़कर आगामी चुनावों की चिंता करनी चाहिए।
कांग्रेस का साथ देने वाली जजपा खुद टूटने के कगार पर
हरियाणा में नायब सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया था। इस से सरकार अल्पमत में आ गई है। कांग्रेस बीजेपी सरकार गिराने की कोशिश में है। जन नायक जनता पार्टी ने भी इस काम में कांग्रेस का साथ देने की घोषणा की है लेकिन अब खुद जजपा संकट में घिर गई है। वहीं जननायक जनता पार्टी पर ही खतरा मंडराने लगा है।
पार्टी के दस विधायकों में से छह विधायक बगावत करने के लिए तैयार है। ऐसे में अब जजपा के भीतर भी टकराव का खतरा बढ़ गया है। जननायक जनता पार्टी के छह विधायक अपना लीडर बदलने पर विचार कर रहे हैं। इस मुहिम की बागडोर जजपा के बागी विधायक देवेंद्र बबली संभाल रहे हैं। इसमें उनका साथ पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दे रहे हैं। एक दिन पहले ही तीन जजपा विधायकों ने पानीपत में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर भाजपा सरकार का साथ देने का भरोसा दिलाया था।
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