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केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस साल फरवरी में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष नफे सिंह राठी और पार्टी कार्यकर्ता जय किशन की हत्या की जांच अपने हाथ में ले ली है। एजेंसी ने हरियाणा सरकार की सिफारिश पर जांच अपने हाथ में ली है। CBI ने 1 मई को दर्ज की गई अपनी एफआईआर में हमले के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक नरेश कौशिक और पांच अज्ञात व्यक्तियों सहित सात संदिग्धों को नामित किया है।
राज्य के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में 25 फरवरी को राठी के वाहन पर कई चक्र गोलियां चलायी गयी, इसके बाद राठी और इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) के कार्यकर्ता जय किशन की मौत हो गई थी। इसके बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा था कि इनेलो नेता नफे सिंह राठी की हत्या का मामला राज्य सरकार ने जांच के लिये केंद्रीय अन्वेक्षण ब्यूरो (सीबीआई) को ट्रांसफर कर दिया है। विज ने कहा था, ‘‘इनेलो नेता की हत्या के मामले में हमारी पुलिस कार्रवाई कर रही है और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
हमले के दौरान, राठी द्वारा सुरक्षा के लिए नियुक्त किए गए तीन निजी बंदूकधारी भी घायल हो गए थे। सीबीआई ने हरियाणा पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर को फिर से दर्ज कर लिया है और अब इस मामले की गहराई से जांच करेगी। इससे पहले झज्जर पुलिस ने इस घटना के बाद दर्ज की गई प्राथमिकी में पूर्व भाजपा विधायक नरेश कौशिक और अन्य को नामजद किया था। यह मामला धारा 302 (हत्या) समेत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है।
कौशिक के अलावा, एफआईआर में नामित अन्य लोगों में करमबीर राठी, रमेश राठी, सतीश राठी, गौरव राठी, राहुल और कमल शामिल हैं। जिंदा बचे ड्राइवर राकेश के बयान के आधार पर दर्ज की गई FIR के अनुसार, एक सफेद रंग की कार उनके वाहन का पीछा कर रही थी। राकेश ने तेजी से भागने की कोशिश की लेकिन बराही रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के कारण उसे रुकना पड़ा।
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