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रांची के कैश कांड में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। अब प्रवर्तन निदेशालाय (ED) की टीम ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) के मंत्रालय में पहुंची है। ईडी की टीम मंत्री के निजी सचिव संजीव लाल को लेकर मंत्रालय परिसर में पहुंची। राजधानी रांची के प्रोजेक्ट भवन में ईडी की टीम पहुंची तो खलबली मच गई। इसी बिल्डिंग में मंत्री आलमगीर आलम का भी दफ्तर है। मंत्री के पीएस संजीव लाल के दफ्तर में पुलिस ने तलाशी ली है। संजीव लाल के दफ्तर के ड्रॉवर में भी पैसे मिले हैं। नोटों की गड्डी की तस्वीर सामने आई है।
ईडी की टीम संजीव लाल के कमरे को यहां खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि यह छापे मंत्री आलमगीप आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम से पूछताछ के बाद मिले इनपुट के आधार पर की गई है। मंगलावार को एक अदालत में सुनवाई के दौरान ईडी ने दावा किया कि संजीव लाल ने कुछ प्रभावशाली लोगों से कमिशन लिया है। ईडी ने यह भी दावा किया है कि ग्रामीण विकास विभाग के शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक के अधिकारी और कर्मचारी अवैध तौर से कैश पेमेंट लेने में शामिल रहे हैं। ED ने दावा किया कि इस केस की जांच में कुछ वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिज्ञों के नाम सामने आए हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने ग्रामीण विकास विभाग के टेंडर से संबंधित कुछ फाइलों को भी खंगाला है। इस तलाशी के दौरान किसी भी कर्मचारी को दफ्तर छोड़ कर बाहर नहीं जाने के लिए कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि विभाग के कार्यालय के बारर सीआरपीएफ के जवान भी मौजूद हैं।
हाल ही में जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मंत्री के पीएस के नौकर के घर छापेमारी की थी तब करीब 30 करोड़ रुपये कैश मिले थे। इस पैसों को गिनने के लिए नोट गिनने वाली मशीन भी मंगवाई गई थी। बाद में ईडी ने संजीव लाल और उनके सहायक जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया था। इस वक्त दोनों ईडी की रिमांड पर हैं।
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