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नई दिल्ली26 मिनट पहले
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टेक कंपनी गूगल ने भारत में एंड्रॉयड यूजर्स के लिए बुधवार यानी 8 मई को प्राइवेट डिजिटल वॉलेट लॉन्च कर दिया है। इस ऐप में यूजर्स डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड,लॉयल्टी कार्ड,गिफ्ट कार्ड, इवेंट टिकट और पास सहित अन्य चीजों को स्टोर करके इस्तेमाल कर सकते हैं।
ये ऐप गूगल पे ऐप से अलग है जो पैसे और फाइनेंस को मैनेज करने में मदद करता है। भारतीय मार्केट में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए गूगल ने 20 से अधिक ब्रांड्स के साथ पार्टनरशिप की है।
इसमें पीवीआर और आईनॉक्स, एयर इंडिया, इंडिगो, फ्लिपकार्ट, पाइन लैब्स, कोच्चि मेट्रो और अभीबस सहित अन्य बिजनेस शामिल हैं। गूगल वॉलेट में यूजर्स ई कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट पर मिलने वाले सुपरकॉइन, शॉपर्स स्टॉप और अन्य ब्रांड के गिफ्ट कार्ड स्टोर कर सकते हैं।
गूगल पे प्रायमरी पेमेंट ऐप बना रहेगा
गूगल एंड्रॉयड के जीएम और इंडिया इंजीनियरिंग लीड राम पापाटला ने कहा,’गूगल पे कहीं नहीं जा रहा है। यह हमारा प्रायमरी पेमेंट ऐप बना रहेगा। गूगल वॉलेट खास तौर पर नॉन-पेमेंट मामलों के लिए तैयार किया गया है।’
गूगल वॉलेट गूगल पे से किस तरह अलग?
गूगल वॉलेट एक सिक्योर और डिजिटल वॉलेट है, जो यूजर्स को कार्ड, इवेंट टिकट और पास सहित अन्य चीजों को स्टोर करने की सुविधा देता है। इस वॉलेट की मदद से आप सभी कार्ड एक जगह पर आसानी से मिल जाएंगे। गूगल वॉलेट के जरिये पेमेंट नहीं कर सकते हैं।
जबकि, गूगल पे में आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए पेमेंट पेमेंट कर सकते हैं। इसके अलावा गूगल पे में इलेक्ट्रिसिटी बिल, मोबाइल बिल, ब्रॉडबैंड बिल और क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट करने का भी ऑप्शन मिलता है।
गूगल वॉलेट का इतिहास
- गूगल वॉलेट एप्लिकेशन को सबसे पहले 2011 में कुछ देशों लॉन्च किया गया था।
- 2018 में एंड्रॉयड पे एप्लिकेशन के साथ मिलाकर गूगल वॉलेट को गूगल पे बनाया गया।
- अगस्त 2017 में गूगल ने UPI के लिए एक अलग ऐप ‘गूगल तेज’ लॉन्च किया, जिसे बाद में ‘गूगल पे’ के रूप में रीब्रांड किया।
- इसका मतलब यह कि तब दो गूगल पे ऐप होते थे, जिसमें भारत के लिए अलग और बाकी दुनिया के लिए अलग।
- 2022 में गूगल ने अपने ग्लोबल गूगल पे का नाम बदलकर गूगल वॉलेट किया।
- अब यही गूगल वॉलेट भारत में लॉन्च किया गया है।
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