ओमप्रकाश गुप्ता
सोनभद्र,7 मई। मंगलवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( सीपीआई) का राबर्ट्सगंज लोकसभा के चकिया विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन चकिया तहसील के निकट एक सभागार में सम्पन्न हुआ।
सम्मेलन को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रदेश प्रभारी डा गिरीश शर्मा ने कहा कि मोदी की सरकार देश के संविधान, लोकतंत्र तथा संसदीय व्यवस्था के लिए ख़तरनाक है। उन्होंने कहा कि देश को बचाने के लिए भाजपा को पराजित करना आवश्यक है। राष्ट्र को बचाने के लिए, संविधान को बचाने के लिए, लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्षता को बचाने के लिए, आजीविका की रक्षा के लिए, बीजेपी और उनके सहयोगियों को हराने के लिए लाल झंडे के सिपाहियों को कमरकस कर इस चुनाव के मैदान में उतर जाना है और भाकपा को वोट कराना है और हंसिया बाली के परचम को राबर्ट्सगंज लोकसभा सीट से लहराना है।
सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि पार्टी के प्रदेश सचिव अरविंद राज़ स्वरूप जी ने कहा कि मोदी राज में हुएं आंदोलन में वामपंथी दलों का अहम योगदान रहा है। किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन,सीएए एन आर सी के विरोध में हुएं आंदोलन को भाकपा ने मजबूती से लड़ा। जिसके कारण मोदी को किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि फांसी वादी और पूंजीवादी व्यवस्था को वामपंथी ही समाप्त कर सकते हैं। राबर्ट्सगंज संसदीय क्षेत्र और चकिया वामपंथी आंदोलन का गढ़ रहा है। यहां के आदिवासी और शोषित, पीड़ित लोगों के साथ हमेशा लाल झंडा खड़ा रहा है और उनके सवालों को लेकर निरंतर संघर्ष कर रहा है। राबर्ट्सगंज लोकसभा सीट के पार्टी प्रत्याशी कामरेड अशोक कुमार कनौजिया (एडवोकेट)ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनकर यह चुनाव लड़ना है। उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी का लक्ष्य गरीबी, शोषण, गैरबराबरी, अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर समाजवादी व्यवस्था बनाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार को जुल्म और अत्याचार के लिए याद किया जाएगा।
कार्यकर्ता सम्मेलन की अध्यक्षता चंदौली के जिला सचिव कामरेड सुखदेव मिश्रा जी ने और संचालन भाकपा – सोनभद्र के जिला सचिव कामरेड आर के शर्मा जी ने किया।
बैठक में प्रमुख रूप से राजेन्द्र सिंह यादव (पूर्व विधायक, गाजीपुर), अमेरिका सिंह यादव, जनार्दन राम, चंदन पासवान, शिव मुरत, बसावन गुप्ता, अमर नाथ बिंद, जगजीवन राम, गगड़ू मुसक, सन्नी साहनी, सत्यप्रकाश, लच्छन धारी, अमर नाथ सूर्य, लालता प्रसाद, राम सागर, बुड़ुक यादव, गंगा पांडेय आदि सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।