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चाय पर चर्चा के दौरान अपना पक्ष रखते लोग
– फोटो : अमर उजाला
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अमर उजाला का चुनावी रथ सत्ता का संग्राम रविवार को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पहुंचा। यहां सुबह चाय पर चर्चा के दौरान मतदाताओं से लोकसभा चुनाव को लेकर उनके मुद्दे व उम्मीदों को जानने का प्रयास किया गया। इस दौरान लोगों ने अपने विचार खुलकर रखे।
चर्चा के दौरान कुछ मतदाताओं ने सपा का विरोध किया तो कुछ ने वर्तमान सरकारी की। यहां विवेक सिंह कहते हैं कि आजमगढ़ गंगा जमुनी तहजीब का जिला है, लेकिन सपा इसे बिगाड़ देगी। वहीं नीरज सिंह कहते हैं कि सपा ने कहा था आजमगढ़ में यूनिवर्सिटी की जरूरत नहीं है, लेकिन भाजपा ने दिया। वहीं चर्चा में मौजूद दीपेश ने कहा कि सपा ने आजमगढ़ नहीं बलिया में यूनिवर्सिटी दे दिया। आजमगढ़ को यह लोग अपने परिवार की सीट बना दिए क्या आजमगढ़ में कोई यादव नहीं है लड़ने लायक।
विवेक कहते हैं कि भाजपा के लोग भी तो बाहर से प्रत्याशी लाए हैं। उनके पास भी तो जयनाथ सिंह, सहजानंद राय जैसे नेता हैं। हमें गर्व है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष यहां से लड़ रहे हैं। हमें गर्व है कि हम समाजवादी के पोषक हैं।
नीरज सिंह ने कहा कि 10 विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष हैं इनके, फिर भी 18 महीने में हमारे नेता ने कार्य कराए। वहीं एक व्यक्ति ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में दिनेश लाल यादव निरहुआ के कार्यकाल में जिले में बहुत काम किया है। जिले में काफी विकास हुआ है। योगेश कुमार तिवारी कहते हैं कि कोई भी जीत कर आए मुझे खुशी है, किसी का विरोध नहीं है। चार जून को तय होगा कि कौन जीतेगा।
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