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रोड शो के दौरान भाजपा प्रत्याशी अनूप वाल्मिकी को चांदी का मुकुट पहनाते हुए
– फोटो : संवाद
विस्तार
करीब एक माह से दलीय व निर्दलीय प्रत्याशियों का चल रहा चुनावी प्रचार 5 मई की शाम को थम गया। आखिरी दिन सभी दलीय प्रत्याशियों ने प्रचार प्रसार में अपनी ताकत झोंक कर शक्ति प्रदर्शन किया। किसी ने रोड शो किया तो किसी ने रैली व जन संपर्क किया। पार्टी प्रत्याशियों ने बूथ पर मोर्चा संभालने के लिए अपने-अपने पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को कमान सौंप दी हैं।
16 मार्च को आचार संहिता की घोषणा के बाद चुनाव शुरू हुआ। पार्टियों की ओर से लगातार प्रत्याशियों की घोषणा हुई। दलीय प्रत्याशियों ने नामांकन के साथ ही चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था। सभी दलीय प्रत्याशियों ने अपने अपने स्टार प्रचारकों के माध्यम से चुनावी सभाएं कराईं। भाजपा प्रत्याशी अनूप प्रधान के समर्थन में हाथरस के सिकंदाराराऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ, सादाबाद में जयंत चौधरी, हाथरस में प्रबुद्ध सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ साथ अन्य नेताओं ने सभाओं को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ से प्रत्याशी के समर्थन चुनावी सभा को भी संबोधित किया था।
सपा प्रत्याशी जसवीर वाल्मीकि के समर्थन में सिकंदराराऊ में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनावी सभा की थी। बसपा प्रत्याशी हेमबाबू धनगर के समर्थन में हाथरस में बसपा कॉर्डिनेटर आकाश आनंद ने सभा की थी। वहीं सभी दलीय प्रत्याशियों व निर्दलीय प्रत्याशियों ने विभिन्न माध्यमों से प्रचार किया है। रविवार को भाजपा प्रत्याशी द्वारा आखिरी दिन शहर में रोड शो किया गया। रविवार की शाम को चुनाव प्रचार थम गया। अब प्रत्याशियों ने बूथों पर कमान संभालने को लेकर खाका खींचना शुरू कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर हलचल तेज
5 मई की शाम चुनाव प्रचार के थमने के साथ ही पार्टियों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने अपने प्रत्याशियों के लिए विभिन्न तरीके से प्रचार शुरू कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर मैसेज, वीडियो डालकर अपनी अपनी पार्टी की उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं।
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