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रतलाम11 मिनट पहले
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रतलाम शहर की मुमुक्षु कृति पटवा का पहला सांसारिक जीवन व वेश परिवर्तन के बाद दीक्षा के पूर्व का फोटो।
आचार्य उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी ने शुक्रवार को छोटू भाई की बगीची पर सीमा दिनेश पटवा की सुपुत्री 25 वर्षीय युवा मुमुक्षु कृति पटवा को जैन भगवती दीक्षा का पाठ पढाया। वही इंदौर के मुमुक्षु संजीव जैन ने भी दीक्षा अंगीकार की। दीक्षा अंगीकार करने के बाद दोनों नवदीक्षितों के चेहरे खिल उठे। दीक्षा ग्रहण करवाने के बाद नवदीक्षित संजीव जैन का श्री संजीवमुनिजी व नवदीक्षिता कृति पटवा का साध्वी भक्ति्श्रीजी नामकरण की घोषणा की। संजीवमुनिजी प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी के शिष्य बने। वहीं साध्वी भक्तिश्रीजी साध्वी पुण्यशीलाजी की शिष्या बनी।
इंदौर शहर के मुमुक्षु संजीवज जैन का पहला सांसारिक जीवन व वेश परिवर्तन के बाद दीक्षा के पूर्व का फोटो।
आयोजित दीक्षा महोत्सव का प्रारंभ प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी ने
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