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पलामू37 मिनट पहले
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माओवादियों ने चुनाव बहिष्कार का चिपकाया पोस्टर
लोकसभा चुनाव के पहले माओवादी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास कर रहे हैं। माओवादी चुनाव बहिष्कार का पोस्टर चिपकाकर ग्रामीणों में दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। पलामू जिले के चार प्रखंडों हुसैनाबाद, हैदरनगर, मोहम्मदगंज और पांडू के इलाके में माओवादियों की ओर से चुनाव बहिष्कार का पोस्टर चिपकाया गया है। पोस्टर सरकारी भवन पर चिपका कर व्यवस्था पर सवाल उठाया है। पोस्टर चिपकाए जाने की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और सभी जगहों से पोस्टर को हटा कर इसे चिपकाने वाले की तलाश शुरू कर दिया है।
माआवादियों की बोलती थी तूती
जिन इलाकों में पोस्टर लगाए गए हैं वह इलाका कभी माओवादियों के प्रभाव क्षेत्र वाला इलाका था। सुदूरवर्ती इलाकों में माओवादियों के एक फरमान पर वोट डालने ग्रामीण नहीं जाते थे। माओवादियों का प्रभाव समाप्त हो चुका है। पुलिस मानती है कि पोस्टरबाजी के जरिए अंतिम सांस गिन रहे माओवादी अपनी उपस्थिति दिखाने में लगे हैं। इसका कोई प्रभाव चुनाव पर नहीं पड़ने वाला है।
आंगनबाड़ी और स्कूल की दीवार पर टांगे पोस्टर
माओवादियों की ओर से हैदरनगर प्रखंड क्षेत्र के बरेवा आंगनबाड़ी केंद्र और पैक्स गोदाम पर पोस्टर लगाया गया। इसी तरह भदुवा, लोहरपुरा स्कूल भवन पर पोस्टर लगा मिला है। पांडू प्रखंड क्षेत्र में भी पोस्टरबाजी की गई। हुसैनाबाद के महुदंड, मोहम्मदगंज के माहुर आदि क्षेत्रों में भी पोस्टर लगा मिला है। यह सारे इलाके 20 किलोमीटर एरिया में है। आधा दर्जन से अधिक जगह पर पोस्टरबाजी की गई है। सूचना मिलने पर पुलिस सारे जगह से पोस्टर हटाते हुए कार्रवाई में जुटी हुई है। ग्रामीणों को भरोसा दिलाया जा रहा है कि पुलिस उन्हें सुरक्षा देने में सक्षम है और पोस्टर बाजी से वह भयभीत न हो।
यह लिखा गया है पोस्टर में
माओवादियों द्वारा लगाए गए हस्तलिखित पोस्टर में 18 वीं लोकसभा चुनाव को बहिष्कार करने, जनता की नई जनवादी राज कायम करने, वोट के जरिए केवल सरकार का रंग बदलता है शोषण शासन बंद नहीं होता है। चुनाव के जरिए सरकार बदलकर जनता की एक भी बुनियादी समस्या का हल नहीं होता है। ब्राह्मणीय- हिंदुत्व- फासीवाद राज को ध्वस्त करो, जनता की जनवादी राज स्थापित करो, जल, जंगल, जमीन पर अपना हक कायम करना है तो मजदूर किसानों का अपना राज बनाना होगा। वोट बहिष्कार करें। पुलिसिया राज ध्वस्त करें। जनता की नई जनवादी राज स्थापित करें। भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था बनाना है तो मौजूदा भ्रष्ट व्यवस्था को ध्वस्त कर क्रांतिकारी जन कमेटी जनताना सरकार (आरपीसी) का निर्माण करें। एनआरसी, सीसीए, एनपीआर, नई कृषि बिल, नए श्रम कानून एवं नई शिक्षा नीति से मुक्ति पाना है तो वोट का बहिष्कार करें। सौ चूहा खाकर बिल्ली चली हज करने वाली कहावत को मोदी सरकार, आरएसएस चरितार्थ कर रही है। आम जनता सावधान रहें।
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