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जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहन और झामुमो संस्थापक शिबू सोरेन की बेटी अंजनी सोरेन चुनावी मैदान में उतरीं हैं। झामुमो ने बुधवार को अंजनी को आधिकारिक तौर पर लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। झामुमो ने अंजनी को ओडिशा की मयूरभंज लोकसभा सीट से टिकट दिया है। पिछली बार भी उन्हें इसी सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया था।
अंजनी सोरेन का किससे मुकाबला?
झामुमो उम्मीदवार अंजनी सोरेन का मुकाबला भाजपा के नबा चरण माझी और बीजद के सुदाम मरांडी से है। दिलचस्प बात यह है कि सुदाम मरांडी कभी ओडिशा में झामुमो की कमान संभालते थे। ऐसे में अब झामुमो ने मयूरभंज से सुदाम के खिलाफ हेमंत सोरेन की बहन को उतारा है। बता दें कि भाजपा ने इस बार मयूरभंज सीट से मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडू को हटाकर नबा चरण माझी को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में अब इस सीट पर मुकाबला खासा दिलचस्प हो गया है।
पिछली बार मिली हार
झामुमो मुखिया शिबू सोरेन की बेटी अंजनी सोरेन साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी मैदान में उतरी थीं। तब भी झामुमो ने उन्हें मयूरभंज सीट से ही टिकट दिया था। चुनाव में उन्हें 1,35,552 वोट मिले थे और वह तीसरे स्थान पर रहीं। इस सीट पर भाजपा के बिशेश्वर टुडू ने जीत हासिल किया था। उन्हें कुल 42.1 फीसदी वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर बीजद के प्रत्याशी रहे। पिछले चुनाव में मयूरभंज सीट से कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। ऐसे में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए झामुमो ने दोबारा अंजनी को टिकट दिया है। वहीं भाजपा ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है।
गौरतलब है कि कथित जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। वह तभी से जेल में बंद हैं। इस दौरान उनकी भाभी सीता सोरेन झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई हैं। भाजपा ने सीता को दुमका लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी राजनीति में एंट्री ले ली हैं। गांडेय विधानसभा उपचुनाव के लिए उन्हें झामुमो ने टिकट भी दिया है। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद ऐसी अटकलें थीं कि कल्पना को झारखंड का नया सीएम बनाया जा सकता है। हालांकि चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली।
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