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राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के समधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव को पार्टी ने जोर का झटका दिया है। 2019 में गुड़गांव लोकसभा सीट से हारे अजय सिंह यादव की जगह पर कांग्रेस ने इस बार अभिनेता राज बब्बर को टिकट दिया है। अजय सिंह यादव ने राज बब्बर को टिकट मिलने के बाद एक ट्वीट में आरोप लगाया है कि हरियाणा में प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को निपटाने की साजिश रची है।
अजय सिंह यादव गुड़गांव लोकसभा सीट के तहत आने वाली नौ विधानसभा सीटों में एक रेवाड़ी विधानसभा से लगातार पांच बार चुनाव जीते हैं और हरियाणा सरकार में मंत्री रहे हैं। 1991 से 2004 तक लगातार जीते अजय सिंह यादव 2014 में चुनाव हार गए थे लेकिन 2019 में उनके बेटे और लालू के दामाद चिरंजीव राव ने कांग्रेस के लिए यह सीट दोबारा जीत ली। चिरंजीव लालू यादव की बेटी अनुष्का के पति हैं और काफी समय से कांग्रेस में सक्रिय हैं।
सोशल मीडिया साइट एक्स पर अजय सिंह यादव ने एक पोस्ट में लिखा है- “मैं राष्ट्रीय नेतृत्व के फैसले का पालन करूंगा। लेकिन हरियाणा प्रदेश के कुछ कांग्रेस नेताओं ने वरिष्ठ नेताओं को निपटाने की एक गहरी साजिश रची है। मैं कांग्रेस के लिए काम कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा।” गुड़गांव लोकसभा सीट पर 25 मई को छठे चरण में मतदान होना है जिसके लिए 6 मई तक नामांकन का काम चलेगा।
रिकॉर्ड मतों के साथ 5वीं बार जीते राव इंद्रजीत सिंह, 2014 से भी बड़ी जीत
गुड़गांव लोकसभा सीट पर मेव (मेवाती मुसलमान) और यादव सबसे मजबूत वोट समूह हैं लेकिन 2019 में दोनों कैंडिडेट यादव ही थे। विधानसभा के हिसाब से देखें तो बादशाहपुर, बावल, पटौदी और रेवाड़ी यादव बहुत सीट हैं जबकि नूंह, पुन्हाना और फिरजोपुर झिरका मेव प्रधान सीट है। गुड़गांव और सोहना शहरी सीट हैं जहां मिक्स आबादी है जिसमें पंजाबी, जाट, दलित, ब्राह्मण, वाल्मीकि भी 50 हजार से डेढ़ लाख तक हैं। इनके अलावा गुर्जर, राजपूत, वैश्य, कुम्हार, सैनी समेत अन्य जातियों के भी वोटर हैं। इस सीट से मौजूदा सांसद भाजपा के राव इंद्रजीत सिंह हैं जिनके परिवार का इस सीट पर बहुत लंबे समय से दबदबा है। राव इंद्रजीत पहले कांग्रेस के सांसद थे लेकिन 2014 से वो भाजपा के साथ हैं।
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