ओमप्रकाश गुप्ता
- संबधित अधिकारीगण एव प्रबंधन पर दर्ज हो एफआईआर।
सोनभद्र,राबर्ट्सगंज मुख्यालय पर रविवार की शाम कन्या इंटर कॉलेज में जो हादसा हुआ उसका जिम्मेदार कौन यह सवाल समूचे जनपद वासियों के मन में कौध रहा है जिला मुख्यालय स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में इन दिनों रंगाई पुताई का कार्य चल रहा है उसी में मजदूर के रूप में राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के करमहरा गांव निवासी गणेश पुत्र अलगू 22 वर्ष मजदूरी का कार्य कर रहा था देर शाम छत के ऊपर से खड़े होकर वह कोई सामान लेने जैसे ही आगे बढ़ा विद्यालय के ऊपर से गुजर रहे हाई टेंशन तार की चपेट में उसकी गर्दन आ गई और देखते ही देखते उसकी गर्दन अलग हो गई।गर्दन एक तरफ और धड़ एक तरफ लुढ़क गया साथ में काम कर रहे मजदूर वाकया देख दंग रह गए।मौके पर न तो ठेकेदार मौजूद था न विद्यालय का कोई कर्मचारी जैसे यह सूचना संबंधित लोंगो को हुई हड़कंप मच गया।सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को आनन फानन में मर्चरी हाउस भिजवा दिया।घटना की सूचना लगते ही मौके पर सैकड़ो लोग की इकट्ठा हो गए।
सवाल उठता है कि आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन..?
विद्यालय प्रबंधन
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का प्रबंध तंत्र इस घटना से अपने को अलग नहीं कर सकता कारण की जिस बिल्डिंग पर मजदूर की मौत हुई कहां जा रहा है वह बिल्डिंग मानकों की अनदेखी करके बगैर स्वीकृति के ही बना दी गई। उस बिल्डिंग के ऊपर से उच्च तीव्रता का तार गुजरा हुआ है फिर बिल्डिंग बनाने की अनुमति किसने दी और यदि अनुमति मिली भी थी तो बचाव के क्या उपाय किए गए थे इस संबंध में विद्यालय की प्रधानाचार्य रंजना शुक्ला से मोबाइल फोन पर हुई वार्ता में उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमारे द्वारा कई बार बिजली विभाग को लिखा गया लेकिन बिजली विभाग ने हमेशा पत्र को अनदेखा किया
बिजली विभाग
इस घटना में सबसे गंभीर आरोप किसी पर लगा सकते हैं तो वह है बिजली विभाग बिजली विभाग की अनदेखी जनपद में तमाम लोगों को भारी पड़ रही है यदि प्रधानाचार्य का कथन सत्य है कि हमने कई बार पत्र दिया तो इसका मतलब सीधा सा है मौत के लिए सीधे तौर पर अधिशासी अभियंता विद्युत जिम्मेदार हैं और उनके ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए जनपद में मौत की कीमत घास फूस से भी कम होकर रह गई है बिजली विभाग के लटकते तारों से जनपद में प्रतिवर्ष कई लोगों की मौत हो जाती है जनपद का ऐसा कोई गांव नहीं जहां उनके पोल और तार ना लटके हुए हों इस स्थिति में यदि सबसे बड़ा दोषी कोई है तो वह है बिजली विभाग
कार्य दाई संस्था
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विद्यालय की रंगाई पुताई का कार्य कर रही कार्य दाई संस्था लोक निर्माण विभाग भी इस घटना के लिए कम जिम्मेदार नहीं यदि ऊपर से हाई वोल्टेज तार गुजर रहा था तो संबंधित ठेकेदार व जे ई ने बिजली क्यों नहीं कटवाई खनन फंड का पैसा लूटने के लिए इन दिनों कार्यदाई संस्थानों में होड़ मची हुई है जो कार्य ₹5 में होना चाहिए वह खनन फंड से ₹15 में कराया जा रहा है ऐसे में जे ई और ठेकेदार सिर्फ लूट में मस्त है यह उनकी जिम्मेदारी है की कार्य कर रहे मजदूर की सुरक्षा कैसे होगी मजदूर की सुरक्षा की पूरी तरह अनदेखी संबंधित ठेकेदार और जे ई द्वारा की गई है। ऐसे में मौत के सह आरोपी यह लोग भी पूरी तौर पर हैं
जनपद में आए दिन घटना दुर्घटना में तमाम लोगों की जाने जा रही हैं लेकिन उनकी जान की कीमत नहीं लगाई जा रही यह नहीं आंका जा रहा है की जिसके परिवार के सदस्य की मौत हुई है उसका परिवार अनाथ हो गया सिर्फ मामले को दबाने और रफा दफा करने का कार्य पूरा तंत्र मिलकर करने में लग जाता है जनपद के जनप्रतिनिधि सामाजिक कार्यकर्ता भी कहीं ना कहीं प्रभाव में आकर अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर रहे
इस मामले में यदि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो मामला तूल पकड़ सकता है।