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नई दिल्ली28 मिनट पहले
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आम आदमी पार्टी के इलेक्शन कैंपेन सॉन्ग का हिस्सा। साभार- AAP का X अकाउंट
इलेक्शन कमीशन ने आम आदमी पार्टी (AAP) को अपने इलेक्शन कैंपेन सॉन्ग में बदलाव करने को कहा है। EC ने केबल टेलीविजन नेटवर्क रूल्स, 1994 और ECI गाइडलाइन्स का हवाला देते हुए AAP को सॉन्ग में बदलाव करके उसे दोबारा सब्मिट करने को कहा है। सॉन्ग को चेक करने के बाद ही उसे सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
ECI ने कहा कि सॉन्ग की लाइन ‘जेल के जवाब में हम वोट देंगे’ के साथ आक्रोशित भीड़ नजर आ रही है। इस भीड़ के हाथ में जेल की सलाखों के पीछे अरविंद केजरीवाल की तस्वीर है। इस तरह के पिक्चराइजेशन से न्यायपालिका की छवि खराब होती है।
इसके अलावा ECI ने ये भी कहा कि जेल के जवाब में वोट वाली लाइन कई बार दोहराई गई है, जो कि केबल टेलीविजन नेटवर्क रूल्स, 1994 के तहत प्रोग्राम एंड एडवर्टाइजिंग कोड की ECI गाइडलाइन और रूल (1(g) का उल्लंघन करता है।
आतिशी बोलीं- भाजपा ने फिर से अपनी तानाशाही का सबूत दिया
आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ये भाजपा आचार संहिता का उल्लंघन करती है तो चुनाव आयोग नजरअंदाज कर देता है।
इसके जवाब में आतिशी ने कहा कि एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तानाशाही का सबूत जनता के सामने रख दिया है। तानाशाही सरकारों का ये भी दूसरा लक्षण होता है कि दूसरी पार्टियों को प्रचार करने रोका जाता है।
भारतीय जनता पार्टी के एक और राजनीतिक हथियार चुनाव आयोग ने एक पत्र के माध्यम से आम आदमी पार्टी के कैंपेन सॉन्ग पर रोक लगा दी है। ये भारत के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब चुनाव आयोग ने किसी पार्टी के कैंपेन सॉन्ग पर रोक लगाई है।
आतिशी ने कहा कि जब भाजपा रोजाना आचार संहिता का उल्लंघन करती है, तो यही इलेक्शन कमीशन इसे नजरअंदाज कर देता है। चुनाव आयोग का कहना है कि हमारा कैंपेन सॉन्ग CBI और ED के डायरेक्टर्स को गलत तरीके से पेश कर रहा है। लेकिन, चुनाव आयोग को तब कोई दिक्कत नहीं होती है जब भाजपा जॉइन करने वाले नेताओं पर लगे CBI, ED और बाकी पॉलिटिकल केस बंद कर दिए जाते हैं।
लेकिन जब हम अपने कैंपेन सॉन्ग में ये बता देते हैं, तो EC को इससे दिक्कत होती है। AAP के कैंपेन सॉन्ग में कहीं भी BJP का जिक्र नहीं है। हमने तानाशाही से लड़ने की बात कही है। इस पर इलेक्शन कमीशन कहता है कि यह रूलिंग पार्टी की आलोचना है। अब तो इलेक्शन कमीशन भी मान रहा है कि BJP तानाशाही कर रही है।
चुनाव आयोग का शिवसेना उद्धव गुट को भी कैंपेन सॉन्ग को लेकर नोटिस भेजा था
इससे पहले चुनाव आयोग ने 21 अप्रैल को शिवसेना (उद्धव गुट) को नोटिस भेजकर कैंपेन सॉन्ग से ‘भवानी’ शब्द हटाने को कहा था। आयोग ने कहा कि यह शब्द हिंदू देवी से जुड़ा हुआ शब्द है। इलेक्शन में इस तरह के धार्मिक नारे का इस्तेमाल नहीं कर सकते। उद्धव गुट ने इलेक्शन कैंपेन के लिए 16 अप्रैल को प्रमोशन सॉन्ग रिलीज किया था, जिसमें ‘भवानी’ शब्द का जिक्र है।
आयोग के नोटिस पर उद्धव ठाकरे ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वे अपने थीम सॉन्ग से भवानी शब्द नहीं हटाएंगे। आयोग को जो कार्रवाई करनी है करे। उद्धव ने आगे कहा कि बीजेपी नेता कई बार धर्म के नाम पर वोट मांग चुके हैं, लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। चुनाव आयोग पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर कार्रवाई करे। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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SC से केजरीवाल बोले- मैं रिहाई का हकदार:कहा- शराब नीति केस में ED का बर्ताव क्रूर, फिजिकली मौजूद होने के लिए कहना क्या जरूरी था
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 27 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि ED ने शराब नीति घोटाले के तहत मनी लॉन्ड्रिंग केस में बेहद क्रूर तरीके से बर्ताव किया। अपनी गिरफ्तारी को चैलेंज करने वाली याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से दाखिल किए गए एफिडेविट पर केजरीवाल ने ये जवाब दाखिल किया। इसमें उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा जांच में सहयोग किया है।
केजरीवाल ने कहा कि मुझे किसी अधिकृत एजेंट के जरिए न बुलाया जाना या लिखित या वर्चुअल मोड में जानकारी या डॉक्यूमेंट न मांगना और फिजिकली मौजूद होने के लिए कहना क्या जरूरी था? मेरी याचिका को अनुमति मिलनी चाहिए और मैं रिहाई पाने का हकदार हूं। पूरी खबर यहां पढ़ें…
दिल्ली हाईकोर्ट बोला- केजरीवाल को सिर्फ सत्ता की चाह:उन्होंने गिरफ्तारी के बावजूद इस्तीफा नहीं दिया, व्यक्तिगत हित को सबसे ऊपर रखा
दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली नगर निगम (MCD) स्कूलों में 2 लाख से ज्यादा बच्चों को किताबें और यूनिफॉर्म मिलने में देरी को लेकर केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने शुक्रवार 26 अप्रैल को कहा कि अरविंद केजरीवाल ने शराब नीति केस में गिरफ्तारी के बावजूद इस्तीफा न देकर व्यक्तिगत हित को राष्ट्रीय हित से ऊपर रखा है।
एक्टिंग चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस मनमीत प्रीतम सिंह अरोड़ा की डिवीजन बेंच ने कहा कि केजरीवाल को सिर्फ सत्ता की चाहत है। दिक्कत यह है कि आप सत्ता हथियाने की कोशिश कर रहे हैं। यही कारण है कि आपको सत्ता नहीं मिल रही है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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