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बसपा सुप्रीमो मायावती।
– फोटो : amar ujala
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बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि अच्छे दिन और गरीबी हटाओ के वादे के बाद भी करोड़ों गरीब त्रस्त क्यों हैं? एक्स पर जारी अपने बयान में उन्होंने कहा कि देश में खासकर गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं व अन्य वंचितों को यह जरूर सोचना चाहिए कि भाजपा के अच्छे दिन लाने के उनके बहुप्रचारित लुभावने वादे का क्या हुआ?
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के गरीबी हटाओ के वादे की तरह भाजपा द्वारा भी बड़ी वादाखिलाफी की गई है। जबकि देश को संविधान के मानवतावादी व कल्याणकारी पवित्र उद्देश्य के तहत चलाकर बहुजनों का अपेक्षित विकास सरकार का मूल कर्तव्य है। फिर करोड़ों गरीबों, एससी-एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों का जीवन लगातार लाचार और बदहाल क्यों है?
किसी व्यक्ति या पार्टी विशेष के बजाय देश व देश के करीब सवा सौ करोड़ मेहनतकश जनता की गरीबी व बेरोजगारी मुक्त अच्छे दिन लाने के लिए वोट करने में ही देश व जनहित निहित है।
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