शक्तिनगर सोनभद्र-/ महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ एनटीपीसी परिसर शक्तिनगर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रथम एवं तृतीय के तत्वावधान में दिनांक शनिवार को एक दिवसीय शिविर “सड़क सुरक्षा जागरूकता” का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ 200 स्वयंसेवकों द्वारा सड़क सुरक्षा शपथ लेने के साथ हुआ। शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में उदय नारायण पाण्डेय, वरिष्ठ प्राध्यापक वाणिज्य संकाय ने डिजिटल तकनीक और परिवहन व्यवस्था के संचालन में जागरूकता की कमी से घटित दुर्घटनाओं की ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया। आपने इसे रोकने के लिए डिजिटल जागरूकता पर बल दिया। इसी क्रम में डॉ अपर्णा त्रिपाठी वरिष्ठ प्राध्यापक आईआरपीएम पाठ्यक्रम ने जीवन को एक अमूल्य धरोहर कहा और सड़क दुर्घटना रक्षार्थ एक परिवार की प्राथमिक इकाई के रूप में योगदान को रेखांकित किया। डॉ० रणवीर प्रताप सिंह, वरिष्ठ प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग ने अपने सम्बोधन में स्वतन्त्रता में अनुशासन के योगदान पर प्रकाश डाला और अनुशासनहीन किसी भी प्रयोजन को स्वतन्त्रता कहने पर प्रश्न चिह्न खड़ा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे परिसर प्रभारी डॉ प्रदीप कुमार यादव ने स्वयंसेवकों से सीधे संवाद में एनएसएस द्वारा छात्रों को पुस्तकीय ज्ञान से यथार्थ ज्ञान की ओर अग्रसर किये जाने के लक्ष्य की ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया। आपने व्यक्ति को एक जैविकीय प्राणी मात्र से सामाजिक-सांस्कृतिक मानव बनने के उद्येश्य को साकार रूप देने में परिसर के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ० विनोद कुमार पाण्डेय और डॉ० प्रभाकर लाल के वर्तमान सत्र में किये गये प्रयासों को सराहा और इसे एक नई ऊंचाई देने हेतु किये जा रहे गतिविधियों का स्वागत किया। ध्यातव्य है कि एनएसएस इकाई प्रथम और तृतीय के 100 स्वयंसेवकों का सात-दिवसीय विशेष शिविर दिन-रात का आयोजन 15 मार्च से 21 मार्च 2024 तक चिल्काडांड ग्राम स्थित पंचायत भवन में सम्पन्न हुआ था। आज का शिविर वर्तमान सत्र का समापन शिविर के रूप में सम्पन्न हुआ। शिविर में सहभाग कर रहे अतिथियों और छात्र-छात्राओं का स्वागत डॉ० प्रभाकर लाल ने किया। कार्यक्रम का संचालन और सहभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन डॉ० विनोद कुमार पाण्डेय कार्यक्रम अधिकारी इकाई तृतीय ने किया। शिविर में स्वयंसेवक हरिओम, ज्योति, सपना, प्रिती, मनीष ने अपने विचार प्रस्तुतीकरण से सभी का दिल जीत लिया। आयोजन में डॉ मृत्युंजय कुमार पाण्डेय वरिष्ठ प्राध्यापक वाणिज्य संकाय, पूनम, प्रतिज्ञा, रानू, खुशबू, खुशी जयसवाल, ग्रेसी, अनीष, शिवम, विनित, विशाल, अरबाज का योगदान महत्वपूर्ण रहा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के पश्चात हुआ।