1- बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के 125 में जयंती वर्ष के रूप में मनाया जाता है संविधान दिवस
2- हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत भारत का संविधान
आज दिनांक 26-11-2024 को संविधान दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य आशुतोष कुमार दुबे (आशु ) के साथ लोगों ने संविधान दिवस के अवसर पर राबर्ट्सगंज नगर पालिका के वार्ड नंबर 17 में दलित बस्ती में अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं भारत का संविधान रखकर संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर को याद किया। पीसीसी सदस्य आशुतोष कुमार दुबे (आशु) ने कहा कि भारत का संविधान हम सभी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है और हमारा अभिन्न अंग भी हैं। संविधान लोकतंत्र की आत्मा है भारतीय संविधान हमें हमारे अधिकारों के साथ कर्तव्य के निर्वहन की सिख भी देता है ।भारत गणराज्य का संविधान 26 नवम्बर 1949 को बनकर तैयार हुआ था। संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ॰ भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में है। इससे पहले इसे राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था।संविधान सभा ने भारत के संविधान को 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवम्बर 1949 को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया।जो गणतंत्र भारत में 26 जनवरी 1950 से संविधान अमल में लाया गया। संविधान दिवस केवल मनाने के लिए नही बल्कि उसके प्रति जागरूक होकर एवं उसमें निहित बातों का अध्ययन कर अमल करने की जरूरत हैं । क्योंकि अगर हम लोग देखे तो बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने कितनी कठिनाइयों से अपना जीवन यापन किया, उसके पश्चात संविधान बनाने के लिए कितनी मेहनत की जो हमें सिखाती है कि जीवन का लक्ष्य पाने के लिए कठिन मेहनत और दुर्दषिता के साथ कर्तव्य निष्ठ होना आवश्यक है।कांग्रेस नेता मनोज मिश्रा ने कहा कि संविधान दिवस एक दिन नहीं बल्कि हमारे देश का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज यानी सविधान को याद करने का दिन है ।ओमप्रकाश भारती ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर जैसे महान लोगों का बहुत बड़ा योगदान था उन्होंने ही हमारे देश के पहले कानून मंत्री के रूप में काम किया था । श्रीकांत मिश्रा ने कहा कि इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य भारतीय संविधान के प्रति लोगों को जागरूकता फैलाना है यह दिन हमारे अधिकारों और कर्तव्य को निर्धारित करता है ।एनएसयूआई जिला अध्यक्ष अंशु गुप्ता ने कहा कि नौजवानों को संविधान के बारे में भी सब जानना चाहिए और अपने कर्तव्यों और देश के प्रति जिम्मेदारियां को समझना चाहिए। मुख्य रूप से उपस्थित रहने वालों में सुशील भारती , दीपक कोहली ,बहादुर राम , आशीष कुमार ,सनी गुप्ता रहे ।