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North Korea News: उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने आत्मघाती हमला करने वाले ड्रोनों के बड़े पैमाने पर उत्पादन का आदेश दिया है. सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. इससे एक दिन पहले उन्होंने इस हथियार प्रणाली का परीक्षण देखा था.
किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया के मानवरहित हवाई प्रौद्योगिकी परिसर (यूएटीसी) द्वारा निर्मित भूमि और समुद्री दोनों लक्ष्यों पर प्रहार करने के लिए डिजाइन किए गए ड्रोनों के परीक्षणों को देखा था.
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने दी जानकारी
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने बताया, “किम जोंग उन ने आत्मघाती हमला करने वाले ड्रोनों के बड़े पैमाने पर उत्पादन की आवश्यकता पर जोर दिया है.” आत्मघाती ड्रोन विस्फोटक ले जाने वाले मानवरहित ड्रोन होते हैं, जिन्हें जानबूझकर दुश्मन के लक्ष्यों पर गिराने के लिए डिज़ाइन किया गया है. ये प्रभावी रूप से निर्देशित मिसाइलों के रूप में कार्य करते हैं.
अगस्त में पहली बार हुआ था आत्मघाती ड्रोन का अनावरण
प्योंगयांग में अगस्त में पहली बार अपने आत्मघाती ड्रोन का अनावरण किया हुआ था. विशेषज्ञों का कहना है कि रूस के साथ बढ़ते संबंधों की वजह से अब उत्तर कोरिया इस तकनीक का प्रयोग करना चाहता है. केसीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार के परीक्षण में ड्रोनों ने पूर्व निर्धारित पथ पर उड़ान भरते हुए लक्ष्यों पर “सटीक” प्रहार किया.
एजेंसी ने कहा, “आत्मघाती हमलावर ड्रोनों का उपयोग विभिन्न मारक क्षमता वाले क्षेत्रों में किया जाएगा, जिनका उद्देश्य जमीन और समुद्र में किसी भी दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमला करना है.”
रूस से हासिल की तकनीक
विशेषज्ञों ने कहा कि अगस्त में सरकारी मीडिया द्वारा जारी की गई तस्वीरों में ये ड्रोन इजरायल निर्मित ‘हारोप’, रूस निर्मित ‘लैंसेट-3’ और इजरायल निर्मित ‘हीरो 30’ के समान दिखते हैं. उत्तर कोरिया ने ये तकनीक रूस से हासिल की होगी.
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